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क्षतिग्रस्त लाइनों को तुरंत ठीक करने में दिक्कतें

जागरण संवाददाता, रुड़की : एक ओर शहर में आए दिन किसी न किसी क्षेत्र से नई पेयजल लाइनों मे

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 02:59 AM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 02:59 AM (IST)
क्षतिग्रस्त लाइनों को तुरंत ठीक करने में दिक्कतें

जागरण संवाददाता, रुड़की : एक ओर शहर में आए दिन किसी न किसी क्षेत्र से नई पेयजल लाइनों में लीकेज की शिकायत मिल रही है तो वहीं जल संस्थान के पास स्टाफ का अभाव है। जिस वजह से विभिन्न स्थानों पर क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को दुरुस्त करने में अधिक समय लग रहा है। ऐसे में जहां पेयजल की बर्बादी हो रही है। वहीं उपभोक्ताओं को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।

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वर्तमान में जल संस्थान के पास पेयजल लाइनों में लीकेज ठीक करने के लिए कोई भी स्थाई कर्मचारी नहीं है। पहले विभाग में सात बेलदार थे। लेकिन उनकी पदोन्नति होने के बाद इस समय विभाग में बेलदार के सभी पद खाली हैं। उधर, एशियन डेवलपमेट बैंक (एडीबी) की ओर से पेयजल प्रोजेक्ट के तहत शहर में डाली गई नई पेयजल लाइनों में लीकेज की समस्या बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि गत एक महीने में शहर में 40 से अधिक जगहों पर नई पेयजल लाइनें लीकेज हो चुकी हैं। जिससे कार्यदायी संस्था की ओर से डाली गई लाइनों की गुणवत्ता पर भी प्रश्नचिह्न लग रहा है। वहीं लाइनों के बार-बार क्षतिग्रस्त होने से उपभोक्ताओं को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। वहीं जल संस्थान के पास स्थाई कर्मचारी नहीं होने के कारण ठेकेदार के माध्यम से लीकेज को ठीक करवाने का काम किया जा रहा है। लेकिन ठेकेदार के पास भी तीन-चार कर्मचारी कम हैं। वहीं कर्मचारियों का अभाव होने के कारण लाइनों को जल्द से जल्द ठीक करने में समस्या आ रही है। ऐसे में जहां पेयजल की खूब बर्बादी हो रही है वहीं उपभोक्ताओं को भी लीकेज की समस्या से तुरंत छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। उधर, जल संस्थान के सहायक अभियंता राजेश कुमार निर्वाल के अनुसार वर्तमान में विभाग में बेलदार के सभी पद खाली हैं। ऐसे में जिन स्थानों से भी लीकेज की शिकायत मिल रही है। वहां पर ठेकेदार के माध्यम से लाइनों को ठीक करवाया जा रहा है। इसके अलावा एडीबी के अधिकारियों को पत्र लिखकर बार-बार नई लाइनों में लीकेज होने की वजह के बारे में जानकारी मांगी गई है। साथ ही नई पेयजल लाइनों के रख-रखाव और मरम्मत कार्यो के लिए संबंधित फर्म एनसीसी से छह माह का समय और लेकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।

इन कॉलोनी और मोहल्लों में हो चुकी हैं लाइनें क्षतिग्रस्त

रुड़की : करीब एक महीने में रेलवे रोड, गणेशपुर, बंदा रोड, सती एवं सोत मोहल्ला, रामनगर, सोलानीपुरम, प्रेमकुंज, गीताजंलि विहार, पश्चिमी एवं पूर्वी अंबर तालाब, पुरानी तहसील, आवास विकास, श्यामनगर, न्यू आदर्श नगर, गांधी नगर, शेखपुरी, मेन बाजार, दुर्गा चौक, कानूनगोयान समेत अन्य कॉलोनियां एवं मोहल्ले में नई लाइनों में लीकेज हो चुकी है। इन क्षेत्रों में कहीं पर लाइनों में दबाव पड़ने के कारण तो कहीं पर उपभोक्ताओं के कनेक्शन टूटने की वजह से लीकेज की समस्या सामने आई है।


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