लोकनृत्यों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोहा
जागरण संवाददाता रुड़की उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति एवं अशोक नगर क्षेत्रीय वि
जागरण संवाददाता, रुड़की: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति एवं अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मनाया। इस मौके पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों की प्रस्तुति पर दर्शक मंत्र-मुग्ध हो गए।
अशोक नगर स्थित नीमा देवी काला पब्लिक स्कूल में शनिवार को आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण के लिए शहीद हुए आंदोलनकारियों के बलिदान एवं आंदोलनकारियों के संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने आंदोलनकारियों के हितों के लिए हमेशा कार्य करने की बात कही। वहीं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हर्ष प्रकाश काला ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण के 19 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी खटीमा, मुजफ्फरनगर, मसूरी और अन्य स्थान जहां पर उत्तराखंड आंदोलनकारियों पर अत्याचार किया गया, उनके आरोपितों के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई गंभीर कदम नहीं उठाया और न ही उन्हें दंडित किया। पहले जो नेता उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैंण को बनाने की बात करते रहे हैं, वह सब आज इसका विरोध कर रहे हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। उधर, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और पलायन पर अंकुश लगाना उत्तराखंड राज्य के निर्माण का मुख्य उद्देश्य था लेकिन इस दिशा में अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए हैं। वहीं समिति के केंद्रीय सचिव प्रेमदत्त गोदियाल एडवोकेट ने रुड़की में वर्ष 1982 से लेकर 2000 तक उत्तराखंड राज्य के लिए किए गए संघर्ष के बारे में जनता को अवगत करवाया। इससे पूर्व दीप प्रज्ज्वलन एवं मांगल गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान कलाकारों ने लोक गीतों, नाटिका, नृत्य, झांकी आदि की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस मौके पर जीवानंद बुड़ाकोटी, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, विजय सिंह पंवार, गौर सिंह भंडारी, शिवचरण बिजोला, आनंद सिंह कुंवर, डीवी थापा, राकेश भट्ट, मातवर सिंह रावत, लक्ष्मीदत्त, संग्राम सिंह रावत, यशपाल, वीरेंद्र राणा, रवि राणा, अशोक राणा, रवींद्र राणा, कमला बमोला, सरोज थपलियाल, पार्वती देवी, सुशीला, प्रतिमा, नंदा ऐरी, दीपा त्रिपाठी, संतोषी राणा, मंदोदरी नेगी, गायत्री, मंजू रावत आदि उपस्थित रहे।