नहाय-खाय के संग छठ महोत्सव की शुरुआत आज
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रविवार को नहाय-खाय के साथ लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा का आग
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: रविवार को नहाय-खाय के साथ लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा का आगाज होगा। चार दिवसीय इस महापर्व को लेकर शहर और गांवों में जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। पहले दिन छठ व्रती महिलाएं गंगा स्नान कर लौकी और चने दाल की सब्जी और भात ग्रहण करेंगी। इससे नहाय-खाय भी कहा जाता है।
छठ सूर्योपासना का पर्व है। अन्य व्रत-त्योहारों की तरह यह पर्व आस्था और विश्वास पर आधारित नहीं है। भगवान भास्कर को हम सभी देखते हैं। सारे ब्रह्मांड का चराचर जीव भगवान सूर्य से ऊर्जा पाते हैं। पृथ्वी पर जीवन भगवान भास्कर के कारण ही संभव है। पूर्वांचल ही नहीं अब दूसरे प्रदेशों में भी जहां पूर्वांचल के लोग बसे हैं, वहां पूरे भक्ति भाव से छठ त्योहार मनाते हैं। सौभाग्य, आरोग्य, शांति, खुशहाली, पुत्र प्राप्ति की कामना के साथ छठ व्रती चार दिनों तक उपासना में लीन रहते हैं। अस्ताचलगामी और उदीयमान भास्कर देव की उपासना करने वाली महिलाएं रविवार को नहाय-खाय के साथ अनुष्ठान प्रारंभ करेंगी। व्रतियों के शुद्ध, सात्विक भोजन में अरवा चावल का भात और लौकी चने की सब्जी की प्रधानता है। नहाय खाय के अगले दिन सोमवार को लोहंडा यानी खरना का अनुष्ठान होगा। इस दिन चौबीस घंटे का निराहार रहकर छठ व्रती महिलाएं साठी का चावल, गुड़ की बनी खीर और रोटी प्रसाद रूप में सूर्यदेव को अर्पित करेंगी। मंगलवार को गंगा किनारे नाना प्रकार के पकवान और मौसमी फलों के साथ अस्ताचलगामी और बुधवार को उदीयमान भास्कर देव को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महाव्रत का समापन होगा। महापर्व को लेकर बाजारों में खरीदारी को लेकर अभी से ही चहल पहल शुरू हो गई है।
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छठ पर भी महंगाई की मार
हरिद्वार: छठ पर्व पर पूर्वांचलवासियों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। सूप, डाला, टोकरा, नारियल, ईख, नींबू के साथ ही अन्य फलों की कीमत भी अचानक आसमान छूने लगे है, लेकिन पर्व की महत्ता को देखते हुए कीमतों में हुई बढ़ोतरी कोई मायने नहीं रखता।
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आज निकाली जाएगी भव्य कलश यात्रा
हरिद्वार: पूर्वांचल जन जागृति संस्था की ओर से रविवार को बैंड बाजों के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। झांकियां भी आकर्षण का केंद्र होगी। शनिवार को विष्णु लोक कॉलोनी में हुई संस्था की बैठक में कमलेश्वर मिश्रा और अध्यक्ष ब्रह्मा शंकर चौबे ने बताया कि इस साल ब्रह्मपुर क्षेत्र की छठ व्रती महिलाएं भी शामिल होंगी। कलश की संख्या का 1001 का अनुमान लगाया गया है। बताया कि पूजा के प्रथम चरण में सिडकुल, शिवालिक नगर, सुभाष नगर, भेल, टिहरी विस्थापित कालोनी की महिलाएं अनंत कुमार के नेतृत्व में शामिल होंगी। संस्था के पदाधिकारी अनंत कुमार ने बताया कि कलश पूजन के बाद महिलाओं में कलश वितरित किया जाएगा। बैंड बाजों के साथ कलश लिये महिलाएं छठ के गीत गाते हुए पहले कॉलोनी की परिक्रमा करेंगी उसके बाद बस में बैठकर बिल्केश्वर रोड से पैदल हरकी पैड़ी पर दुग्धाभिषेक करेंगी। बताया कि पूजा निर्विघ्न संपन्न कराने को कार्यकर्ता हरकी पैड़ी, ललतारौ पुल, प्रेम नगर आश्रम समेत सभी घाटों पर तैनात रहेंगे। वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललिता मिश्रा के नेतृत्व में बैरागी कैंप से सैकड़ों महिलाएं कलश लेकर मुख्य कलश यात्रा में शामिल होंगी। बैठक में संजय कुशवाहा, बद्रीनाथ ओझ़ा, अरुण कुमार, अंजनी कुमार, एसडी पांडेय, गौरव, निर्मला त्रिपाठी, फूलवंती देवी, कृष्णा देवी, आशा चौबे आदि शामिल थे।