हरिद्वार में स्थापित होगा देश का पहला इंडो-पोलिश केंद्र
पोलैंड की काजिमिरज वाइलकी यूनिवर्सिटी यूकेडब्ल्यू की ओर से हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय में देश के पहले इंडो-पोलिश केंद्र की स्थापना की जाएगी।
By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 08 Feb 2018 12:36 PM (IST)Updated: Thu, 08 Feb 2018 09:19 PM (IST)
v>हरिद्वार, [जेएनएन]: पोलैंड की काजिमिरज वाइलकी यूनिवर्सिटी यूकेडब्ल्यू की ओर से हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय में देश के पहले इंडो-पोलिश केंद्र की स्थापना की जाएगी। काजिमिरज वाइलकी विवि के कुलपति प्रो. बेनेडिक्ट ओद्या के नेतृत्व में हरिद्वार पहुंचे चार सदस्यीय उच्चस्तरीय दल ने बुधवार को देव संस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या के साथ इस बिंदु पर गहन मंथन किया। दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भारत व पोलैंड के बीच युवाओं के शैक्षणिक विकास एवं उसमें सक्रिय भागीदारी को लेकर भी चर्चा की।
देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या ने बताया कि भारतीय संस्कृति को विश्वभर में युवाओं के बीच पहुंचाने के लिए गायत्री परिवार विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पंड्या के नेतृत्व प्रयासरत है। विवि परिवार विश्व के अनेक देशों में इसके प्रचार-प्रसार के लिए कार्य कर रहा है। बताया कि भारतीय संस्कृति, योग व आयुर्वेद के प्रति विश्वभर के युवाओं में जबरदस्त रुझान दिखाई दे रहा है।
काजिमिरज वाइलकी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. बेनेडिक्ट ओद्या ने बताया कि पोलैंड के युवाओं को भारतीय संस्कृति व योग से जोडऩे के लिए बीते वर्ष देव संस्कृति विवि के साथ शैक्षणिक अनुबंध किया गया था। इसी दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए विवि भारत के प्रथम इंडो-पोलिश केंद्र की स्थापना देव संस्कृति विवि में करना चाहता है।
ताकि पोलैंड के युवा योग, आयुर्वेद व भारतीय संस्कृति के उच्च आदर्शों को समझ सकें। प्रो. बेनेडिक्ट के साथ प्रो. मारेक मक्को, यूकेडब्ल्यू में अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय की प्रमुख एनिएला व इरास्मस की समन्वयक कतार्जय्ना भी मौजूद रहे।
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