त्योहार में भी सफाई व्यवस्था बदतर, जनता बेहाल
जागरण संवाददाता हरिद्वार त्योहार पर भी शहर की सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं आ रही है
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: त्योहार पर भी शहर की सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं आ रही है। जगह-जगह कूड़े के ढेर और उससे उठने वाली सड़ांध मुश्किलें बढ़ा रही है। ज्वालापुर क्षेत्र के वार्डों में तो सफाई व्यवस्था ज्यादा लचर है। वार्ड 36 में नालियों की सफाई नहीं होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम के पास सफाई कर्मचारियों की भारी भरकम फौज होने के बाद भी सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं है। त्योहारी सीजन में गंदगी से मुश्किलें बढ़ रही हैं। नए वार्डों की सफाई व्यवस्था तो और भी बदतर है। यहां नालियों की नियमित सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। उपनगर ज्वालापुर की व्यवस्था ज्यादा खराब है। कैथवाड़ा वाली सड़क की सफाई नहीं होने परेशानी आ रही है। नालियों की नियमित सफाई नहीं होने मच्छर पनप रहे हैं। मलेरिया, डेंगू का खतरा बना हुआ है। गंदगी के कारण दुर्गध लोगों के घरों में पहुंच रही है। लोगों का कहना है कि सफाई कर्मचारी मोहल्ले की सड़क की सफाई नहीं करते। कई बार क्षेत्र के लोग सफाई कर्मी की तैनाती की मांग कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्षेत्र में डेंगू के अलावा डायरिया का प्रकोप जारी है। नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी ज्वालापुर के वार्डों की समस्याओं का संज्ञान नहीं ले रहे हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश गुंज्याल ने बताया कि त्योहार पूर्व सघन सफाई अभियान चलाया जाएगा। सफाई कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डंपिग प्वाइंटों से समय से कूड़ा नहीं उठा तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
-------- केआरएल के भुगतान संबंधी पत्रावली महापौर ने लौटाई
- नगर आयुक्त को पत्र लिख कहा, भुगतान से पहले मंत्री से लिए जाएं दिशा निर्देश
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: नगर निगम कर्मियों के बाद अब केआरएल कर्मियों ने भी त्योहार पूर्व वेतन और बोनस को लेकर मुट्ठी तान दी है। 21 अक्टूबर से पहले भुगतान न होने पर सफाई व्यवस्था ठप करने की भी चेतावनी दे डाली है। कर्मियों की चेतावनी पर केआरएल प्रबंधन ने भी वेतन को लेकर नगर निगम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इधर, महापौर अनिता शर्मा ने भी केआरएल कंपनी के भुगतान संबंधी पत्रावली लौटाते हुए नगर आयुक्त को पहले मंत्री से दिशा-निर्देश लेने को कहा है। इस संबंध में उन्होंने शहरी विकास मंत्री को भी पत्र भेजा है।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी केआरएल के कर्मचारी 21 अक्टूबर से पहले तीन माह का वेतन और बोनस देने की मांग को लेकर प्रबंधन पर दबाव बना रहे हैं। चेतावनी दी है कि यदि नियत समय से पहले भुगतान नहीं हुआ तो प्रबंधन के खिलाफ असहयोगात्मक रवैया अपनाया जाएगा। केआरएल प्रबंधक मनोज शर्मा के अनुसार करीब एक करोड़ रुपये टिपिग फीस का बनता है, जिसका नगर निगम प्रशासन ने अब तक भुगतान नहीं किया है। इधर, कर्मियों की सफाई व्यवस्था ठप करने की चेतावनी से निगम प्रबंधन की भी नींद उड़ी है। महापौर अनिता शर्मा ने नगर आयुक्त को गुरुवार को भेजे पत्र में बताया है कि 16 अगस्त को सीसीआर में हुई सफाई संबंधी बैठक में शहरी विकास मंत्री ने केआरएल को हुए अब तक के भुगतान पर आपत्ति जताते हुए जांच कराने के निर्देश दिए थे। तत्कालीन अपर नगर आयुक्त नूपुर वर्मा को जांच सौंपी गई थी, लेकिन केआरएल कंपनी को भुगतान के संबंध में 16 अक्टूबर को जो पत्रावली उनके समक्ष प्रस्तुत की गई है, उसमें जांच आख्या संलग्न नहीं है और ना ही जांच का उल्लेख है। बताया कि मंत्री की आपत्ति के ²ष्टिगत केआरएल के भुगतान पर मंत्री का अनुमोदन लिया जाना आवश्यक है। उन्होंने शहरी विकास मंत्री को भी इस संबंध में पत्र भेजा है।