-अद्भुत-अलौकिक : भाष्कर देवता कोअर्ध्य दे कर लोकमंगल की कामना
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : जीवन दायिनी पतित पावनी गंगा की हृदयस्थली हरकी पैड़ी और आसपास क
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : जीवन दायिनी पतित पावनी गंगा की हृदयस्थली हरकी पैड़ी और आसपास के दर्जनों गंगा घाटों पर बुधवार अलसुबह का नजारा अद्भुत और अलौकिक रहा। छठ महापर्व की छटा देखते ही बन रही थी। गुलाबी ठंड और हल्के कोहरे के बीच छठ मइया के गीत गाती छठव्रती महिलाओं की पंक्तिबद्ध टोली नयनाभिराम दृश्य पैदा कर रही थी। भाष्कर देव के उदीत होते ही शुरू हुई आतिशबाजी ने इसमें चार चांद लगा दिए थे। इन सबके बीच उदयाचल भाष्कर देव को अर्ध्य देने के साथ ही चार दिनी लोक आस्था के महापर्व छठ का विधिवत समापन हो गया। व्रतियों ने भाष्कर देव को फल, कंद मूल और पकवानों से अर्ध्य देकर संतान, परिवार और राष्ट्र की सुखशांति, उन्नति और लोकमंगल की कामना की।
इसी के साथ कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी (नहाय-खाय) से शुरू हुआ छठ महोत्सव कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी बुधवार को समापन हो गया। व्रती सूर्योदय से पहले ही गंगा घाटों पर पहुंच गए थे। भोर की बेला में व्रती महिलाओं ने अपने परिवारजनों के साथ सूप तथा टोकरे में फल-पकवान लेकर छठी मइया के गीत गाते गंगा तट पहुंचे। गंगा स्नान कर छठव्रती महिलाओं ने कमर तक जल में खड़े होकर सूर्य आराधना करते हुये सूर्यादय की प्रतीक्षा की। भाष्कर देव के प्रकट होते ही व्रतियों ने गाय के दूध से भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया और घर-परिवार की सुख शांति की कामना की। इस दौरान गंगा घाटों पर आतिशबाजी से छठ की छटा देखते ही बन रही थी। विभिन्न छठ पूजा समितियों की ओर से व्रतियों को अर्ध्य प्रदान कराने को गाय के दूध का वितरण किया गया।
हरकी पैड़ी पर पूर्वाचल जन-जागृति संस्था की ओर से'छठ व्रत कथा'पुस्तक और छठी मइया के प्रसाद का वितरण किया गया। संस्था के सदस्यों की ओर से पूजा की व्यवस्था की गई। पूजन के बाद सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें घाट से सफाई कर कूड़े को उठाकर एक जगह एकत्र किया गया। संस्था अध्यक्ष ब्रह्म शंकर चौबे ने कहा कि छठ पर्व आपसी प्रेम का संदेश देता है। इस अवसर पर विरेंद्र मौर्य, सुरेंद्र मिश्रा, प्रशांतराय, रामेर्श्वर पांडेय, अरुण ¨सह आदि मौजूद प्रगतिशील एकता मंच के अध्यक्ष कपिलदेव ठाकुर ने छठ पर्व शांतिपूर्ण संपन्न होने पर शासन प्रशासन का आभार जताया। कुशवाहा क्षत्रिय समाज के सहेंद्र ¨सह कुशवाहा, आरके राम, रामकृपाल मौर्य, डॉ. बीएल प्रसाद, नंद लाल आदि आदि मौजूद रहे। जमकर हुई आतिशबाजी
हरिद्वार : जिस तरह से दीपावली पर लोगों ने देर रात तक आतिशबाजी की, उसी तरह पूवरंचलवासियों ने छठ पर्व के अंतिम दिन अलसुबह जमकर आतिशबाजी की। हरकी पैड़ी, मालवीय द्वीप, नीलधारा, बैरागी कैंप, चंडीघाट, प्रेमनगर घाट, गो¨वद घाट सहित अन्य गंगा घाटों पर युवाओं ने सूर्य देव के उदय होते ही जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान आसमान पटाखों की रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर नजर आया। गाजे बाजे के साथ पहुंचे श्रृद्धालु
हरिद्वार : हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर छठ के समापन पर लोग गाजे-बाजे के साथ पहुंचे। कई व्रतधारी व श्रद्धालुओं के साथ-साथ लोग ढोल-नगाड़े बजाते चल रहे थे। महिलाएं सूप में छठ पूजा की सामग्री लाल या पीले कपड़ों में बांधकर गंगा घाटों पर पहुंची। रंग-बिरंगे कपड़ों में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद
हरिद्वार : निकाय चुनाव के बीच घाटों पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ को संभालने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। मुख्य मार्ग पर टैंपों व अन्य वाहनों के रुकने से लगने वाले जाम से निपटने के लिए भी यातायात पुलिस के जवान तैनात रहे। हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर पुलिसकर्मी संदिग्धों पर नजर रखते नजर आए।