बॉर्डर पर तीसरी आंख से नजर, 770 कांवड़ यात्री लौटाए
गुरुवार को बॉर्डर से 770 कांवड़ यात्रियों को लौटाया गया।
संवाद सूत्र, नारसन/भगवानपुर: गुरुवार को बॉर्डर से 770 कांवड़ यात्रियों को लौटाया गया। भगवानपुर में काली नदी चेकपोस्ट पर इसे लेकर हरियाणा के यात्रियों से पुलिस की नोकझोंक भी हुई। लेकिन, पुलिस ने सबको वापस भेज दिया। वहीं, जिले में बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार की ओर से इस साल कांवड़ यात्रा निरस्त कर दी गई है। बॉर्डर पर कांवड़ यात्रियों को नहीं आने के सख्त निर्देश पुलिस को मिले हैं। सरकार के निर्देश के बाद पुलिस और प्रशासन बॉर्डर पर पूरी चौकसी बरत रहे हैं। अब बॉर्डर पर तीसरी आंख से नजर रखी जा रही है। नारसन बॉर्डर पर चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से बाहर से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। गुरुवार को नारसन बॉर्डर पर पुलिस ने उप्र, दिल्ली, हरियाणा, समेत अन्य जगहों से हरिद्वार जाने वाले करीब 600 कांवड़ यात्रियों को वापस भेज दिया। इस दौरान कुछ यात्री मिन्नतें करते रहे, लेकिन पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। बॉर्डर से केवल अनुमति वाले वाहन चालकों को ही आने दिया गया। वहीं भगवानपुर के मंडावर, काली नदी, तेज्जूपुर बॉर्डर से 170 कांवड़ यात्रियों को वापस भेजा गया। काली नदी चेक पोस्ट पर हरियाणा के यात्री जबरन हरिद्वार जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने जब इन्हें रोकने का प्रयास किया तो नोकझोंक हो गई। पुलिस की सख्ती के चलते इन्हें वापस लौटना पड़ा। भगवानपुर थाना प्रभारी संजीव थपलियाल ने बताया कि महाड़ी के पास चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, यहां भी कैमरों से पैनी नजर रखी जा रही है।