अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष सहित पांच संतों पर दर्ज कराया मुकदमा
निरंजनी अखाड़े से जुड़े महंत रामानंद पुरी ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी समेत पांच संतों व एक महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
हरिद्वार, [जेएनएन]: निरंजनी अखाड़े में संपत्ति को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को निरंजनी अखाड़े से जुड़े महंत रामानंद पुरी ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी समेत पांच संतों व एक महिला के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है।
चार दिन पहले ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने हरिद्वार में संतों के साथ बैठक कर महंत रामानंद पुरी को अखाड़े के सचिव पद से हटाने का एलान किया था। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह निरंजनी अखाड़े के महंत रविंद्र पुरी ने बवाना (दिल्ली) के पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार सहित छह लोगों पर महंत रामानंद पुरी का अपहरण करने और अखाड़े की संपत्ति हड़पने की साजिश का मुकदमा दर्ज कराया था।
मंगलवार को महंत रामानंद पुरी ने पुलिस को तहरीर सौंपी। तहरीर में आरोप है कि श्रीमहंत नरेंद्र गिरी, महंत रविंद्र पुरी, महंत धर्मराम भारती, राधेश्याम पुरी, धन सिंह व एकता सूरी ने सितंबर 2017 में उनका अपहरण किया और बागंबरी गद्दी अल्लाहपुर, इलाहाबाद व निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार में अर्द्ध बेहोशी की हालत में बंधक बनाकर रखा।
घोटाले छिपाने को कराई एफआइआर : महंत रविंद्र पुरी
निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी ने महंत रामानंद पुरी के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि निरंजनी अखाड़े की संपत्ति रामानंद इंस्टीटयूट में करोड़ों के घोटाले छिपाने के लिए ही झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महंत रामानंद पुरी की मौजूदगी में इंस्टीटयूट के तत्कालीन निदेशक करोड़ों रुपये के लोन का गबन किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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