आर्य समाज का वार्षिकोत्सव मनाया
संवाद सूत्र लक्सर। आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में आर्य समाज के प्रचारकों ने उपस्थित लोगों को विभिन्
संवाद सूत्र, लक्सर। आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में आर्य समाज के प्रचारकों ने उपस्थित लोगों को विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी। नगर में शुक्रवार से आरंभ हुए लक्सर आर्य समाज के 84 वें वार्षिकोत्सव समारोह में आर्य समाज के प्रचारक वीरेंद्र कुमार शास्त्री ने कहा कि बिना संस्कारों के शिक्षा का कोई मोल नही है। भारत में गुरुकुल शिक्षा पद्धति विश्व में सर्वश्रेष्ठ शिक्षा पद्धति है। अब स्कूलों में शिक्षा तो दी जा रही है, लेकिन संस्कारों पर ध्यान नहीं दिया जाता। इसका प्रभाव समाज पर भी साफ नजर आता है। डॉ. श्याम सिंह आर्य ने कहा कि समाज के उत्थान के समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त किया जाना आवश्यक है। दहेज प्रथा, नशाखोरी, लिगभेद जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सभी को प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाओं को देवी मानकर उनकी पूजा करने की परंपरा रही है, लेकिन अब समाज में नारी का अपमान होता है। इसी का प्रभाव है कि समाज का विघटन हो रहा है। नरेश दत्त ने कहा कि आर्य समाज के नियमों पर चलकर देश फिर से विश्व गुरु और सोने की चिड़िया बन सकता है।
इस अवसर पर आर्य समाज लक्सर के अध्यक्ष अतुल गुप्ता, डॉ. यशपाल अग्रवाल, आजाद लहरी, लाला जितेंद्र आर्य, गौरव गुप्ता, सेवाराम सिघल, रविद्र धीमान, अमित आर्य, बीरबल आर्य, हिमांशु गोयल, विनय गुप्ता, डॉ. विजय कुमार, सुदर्शन कपूर, संजय आर्य, धर्मचंद आर्य, जगदेव सिंह, पुनित गुप्ता, विजय ढल, योगेंद्र सैनी, अंबरीश गर्ग, डॉ. बाबूराम आर्य, डा. राजेंद्र वर्मा, आदि अनेक लोग मौजूद रहे।