आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से रोका जा सकता है पलायन: चौधरी
कालेज आफ इंजीनियरिग रुड़की (कोर) में बुधवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं एप्लीकेशन विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज हुआ।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कालेज आफ इंजीनियरिग रुड़की (कोर) में बुधवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं एप्लीकेशन विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज हुआ। पहले दिन अनुसंधान और विकास पर चर्चा हुई।
मुख्य अतिथि उत्तराखंड तकनीकी विवि के कुलपति प्रो. नरेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से राज्य से पलायन रोका जा सकता है। चारधाम यात्रा को बिना पहाड़ काटे आसान बनाया जा सकता है। उन्होंने शोधार्थियों को इस दिशा में शोध करने के लिए प्रेरित किया। कोर के महानिदेशक प्रो. एसपी गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को परिभाषित करते हुए वर्तमान में उसके महत्व पर प्रकाश डाला। कॉलेज अध्यक्ष जेसी जैन ने कहा कि आज का युग तकनीकी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का युग है। वैश्विक मंदी के कारण हमारे देश का व्यवसाय संघर्ष के पथ पर है। उसी के मद्देनजर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
यूनिवर्सिटी आफ टैक्सास अमेरिका से आए विशिष्ट अतिथि डा. गोपाल गुप्ता ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले समय में यह तकनीकी मानव जीवन के हर क्षेत्र हर पहलू में काम आएगी। कार्यक्रम का आयोजन महानिदेशक एसपी गुप्ता, डीन शैक्षणिक डा. बीएम सिंह, डा सिद्धार्थ जैन के नेतृत्व में किया गया। मंच संचालन डा. रश्मि गुप्ता ने किया। अन्त में कोर स्कूल आफ मैनेजमेंट के महानिदेशक मेजर जनरल ओपी सोनी ने विशेषज्ञों, अतिथियों छात्रों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
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हरिद्वार: डा. गोपाल गुप्ता ने कहा कि आज हमारे पास आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित ऐसी मशीनें है जो मानव की तरह कार्य करती है। जिनका प्रयोग कंपनियां अपने ग्राहकों को आधुनिक सुविधाए प्रदान करने में कर रही हैं। इस तकनीकी का प्रयोग विकसित देशों में लगभग हर क्षेत्र जैसे कृषि, ओटोमोबाइल, संचार, ट्रैफिक कन्ट्रोल आदि में किया जा रहा है।