एसडीएम को देख लैब बंद कर भागे छह संचालक
भगवानपुर के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापे मारे।
संवाद सूत्र, भगवानपुर: भगवानपुर के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापे मारे। इस दौरान छह लैब संचालक शटर बंद कर भाग निकले, जबकि दो लैब पर प्रशिक्षित कर्मी मिले। अन्य दो लैब में व्यवस्था ठीक मिली। इस संबंध में एसडीएम ने डीएम को रिपोर्ट भेज दी है।
डीएम ने जिलेभर में सभी लैब की चेकिग के निर्देश दिए थे। कस्बे में कुल 10 लैब और सैंपल कलेक्शन सेंटर हैं। भगवानपुर में उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडे के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लैब चिह्नित किए। इसके बाद टीम ने कार्रवाई शुरू की। कुछ लैब संचालकों को कार्रवाई की भनक लग गई। इसके चलते टीम के पहुंचने से पहले ही छह संचालक लैब बंद कर भाग निकले। इसके बाद टीम ने दो लैब का निरीक्षण किया। दोनों के कागजात आदि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के थे। उत्तराखंड सरकार से उन्होंने किसी तरह की अनुमति नहीं ली थी। साथ ही वहां कोई चिकित्सक नहीं था। वहां मौजूद कर्मियों से जब पूछताछ की गई तो वह भी तकनीकी डिग्री या डिप्लोमा धारक नहीं थे। इसके बाद टीम ने दो अन्य लैब पर छानबीन की। वहां सब कुछ व्यवस्थित मिला। उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडे ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है। जो संचालक लैब बंद कर भागे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
विभिन्न लैब का किया निरीक्षण
रुड़की: ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की नमामि बंसल ने रुड़की शहर की सात लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बीटीगंज, सिविल लाइंस, रामनगर, देहरादून रोड स्थित लैब में व्यवस्थाएं देखी। जेएम नमामि बंसल ने बताया कि शहर में केवल एक लैब के पास ही कोविड-19 टेस्ट की अनुमति है। वहीं लंढौरा एवं मंगलौर में अपर तहसीलदार केएन पंत के नेतृत्व में हुए निरीक्षण में सभी व्यवस्थाएं ठीक मिली। जेएम ने बताया कि इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी जा रही है।