आप कार्यकर्ता घेराव को पहुंचे, पीड़ित ने दिया गच्चा
मुद्दई सुस्त गवाह चुस्त वाली कहावत रविवार को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं पर साबित हुई।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त वाली कहावत रविवार को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं पर साबित हुई। फिजियोथैरेपी सेंटर में तोड़फोड़ के मामले में आप कार्यकर्ता पुलिस का घेराव करने ज्वालापुर कोतवाली पहुंच गए, लेकिन पीड़ित पक्ष घंटों बाद भी कोतवाली नहीं पहुंचा। नतीजतन आप कार्यकर्ताओं को उल्टे पांव लौटना पड़ा। वहीं, प्रकरण को लेकर भाजपा-कांग्रेस और आप की सियासी तिकड़ी जोरआजमाइश में लगी है, जिससे यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अवधूत मंडल आश्रम की दुकान में कई बरसों से एक फिजियोथैरेपी सेंटर संचालित होता आ रहा है। आश्रम प्रबंधन लगातार दुकान खाली कराने के प्रयास में जुटा है। शनिवार को भाजपा से जुड़े कुछ युवक फिजियोथैरेपी सेंटर पहुंचे और तोड़फोड़ कर दी। डॉक्टर, स्टाफ व महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए सामान बाहर फेंक दिया और दुकान पर अपना ताला जड़ दिया। आसपास के दुकानदारों ने एक युवक को पकड़कर उसकी जमकर धुनाई की। बाद में आप कार्यकर्ताओं ने सामान दोबारा अंदर रखवा दिया। आरोप है कि आश्रम के महंत रुपेंद्र प्रकाश ने युवकों को भेजकर जबरन दुकान खाली कराने का प्रयास किया है। इस मामले में आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता हेमा भंडारी ने पुलिस पर भाजपा के दबाव में कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार की सुबह कोतवाली घेराव का एलान किया था। कार्यकर्ताओं के साथ हेमा कोतवाली पहुंच गई, लेकिन घंटों बाद भी पीड़ित पक्ष कोतवाली नहीं पहुंचा। पहले तो कार्यकर्ताओं का उससे संपर्क ही नहीं हुआ्र, लेकिन बाद में जैसे-तैसे उससे बात हुई। पीड़ित का कहना था कि उसे एक दिन का समय चाहिए। वहीं बताया गया है कि एक दिग्गज भाजपा नेता ने दोनों पक्षों को अपने कार्यालय में बैठाकर सुलह की बिसात बिछाई है। आप कार्यकर्ता घंटों बाद अपना सा मुंह लेकर कोतवाली से लौट गए।