एक मिल ने घोषित की तारीख, दो फिलहाल तैयारियों में
जिले की एक चीनी मिल को छोड़कर शेष किसी भी मिल ने निधारित तारीख गन्ना विभाग को नहीं बताई है। ऐसे में चीनी मिलों के अब दूसरे सप्ताह में ही चालू होने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, रुड़की: जिले की एक चीनी मिल को छोड़कर शेष किसी भी मिल ने निधारित तारीख गन्ना विभाग को नहीं बताई है। ऐसे में चीनी मिलों के अब दूसरे सप्ताह में ही चालू होने की उम्मीद है।
इस समय गन्ना किसान बेसब्री के साथ चीनी मिलों के चालू होने का इंतजार कर रहे हैं। वजह यह है कि एक सप्ताह से कोल्हू में गन्ने के दाम बहुत नीचे आ चुके है। किसान आए दिन चीनी मिल व गन्ना विभाग के अफसरों से एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि चीनी मिल कब चालू होगी। इस संबंध में लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल कुमार सिंह ने बताया कि चीनी मिल की ओर से बॉयलर में अग्नि प्रवाहित कर दी गई है। आठ नवंबर से चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू कर दिया जाएगा। सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि लिब्बरहेड़ी को छोड़कर शेष किसी भी मिल ने अभी तक पेराई सत्र की तारीख के बारे में जानकारी नहीं दी है। इकबालपुर की ओर से नौ नवंबर को मिल चलाने की बात कही जा रही है, लेकिन अधिकृत सूचना नहीं दी गई है। लक्सर चीनी मिल ने भी इस बारे में कोई सूचना नहीं दी है। हालांकि चीनी मिल में दो दिन से ट्रायल चल रहा है। इसके बाद ही मिल प्रबंधन सूचना देने की बात कह रहा है।
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पिछले साल का 130 करोड़ बकाया
रुड़की: चीनी मिलों पर पिछले पेराई सत्र का 130 करोड़ रुपये बकाया है। जबकि चीनी मिलों ने शासन, प्रशासन व किसानों से वायदा किया था कि पेराई सत्र शुरू होने से पहले पिछले पेराई सत्र का पूरा भुगतान कर दिया जाएगा। बताते चलें कि इकबालपुर ने 31 मार्च, लिब्बरहेड़ी ने 10 अप्रैल और लक्सर चीनी मिल की ओर से 30 अप्रैल तक का ही भुगतान किसानों को किया गया है।