खोदाई के दौरान क्षतिग्रस्त हो रही हैं पेयजल लाइन
शहर में सड़कों की खोदाई के दौरान बरती गई असावधानी जल संस्थान के उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण उपभोक्ताओं को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : शहर में सड़कों की खोदाई के दौरान बरती गई असावधानी जल संस्थान के उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है। पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण उपभोक्ताओं को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। वहीं लाइन लीकेज होने से पानी की भी बर्बादी होती है। ऐसे में जल संस्थान किसी भी कार्य की वजह से सड़कों की खोदाई करने वाले विभागों को सावधानी रखने को लेकर पत्र लिखेगा।
शहर में आए दिन किसी न किसी कॉलोनी एवं मोहल्ले में पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त होने की समस्या बनी रहती है। कभी पेयजल लाइनों में दबाव पड़ने की वजह से तो कभी अलग-अलग विभागों की ओर से लाइन डालने व अन्य कारण से सड़कों की खोदाई करने के दौरान की गई लापरवाही से यह समस्या आती है। गत शनिवार को भी एक टेलीकॉम कंपनी ने रेलवे स्टेशन रोड पर लाइन डालने के दौरान जल संस्थान की पेयजल लाइन को तोड़ दिया था। जिस वजह से लाइन में लीकेज हो गया। इसके चलते उपभोक्ताओं को दो-तीन दिन तक पानी की किल्लत से जूझना पड़ा। वहीं जल संस्थान को भी लाइन दुरुस्त करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
जल संस्थान के सहायक अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि ऐसे में विभागों को पत्र लिखकर अवगत करवाया जाएगा कि सड़कों में खोदाई करने से पहले जल संस्थान से जानकारी लें कि पाइप लाइन कहां पर बिछी हुई हैं। जिससे कि लाइन से हटकर खोदाई की जा सके और पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होने से बच जाएं।
समय से बिल नहीं देने पर नाराजगी
कर्मचारियों की ओर से पानी के बिल देर से पहुंचाने पर सहायक अभियंता अरुण कुमार ने नाराजगी जताई। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि उपभोक्ताओं के घर पर समय से बिल पहुंचाए जाएं। टीम बनाकर जाने की बजाए सभी कर्मचारियों को अलग-अलग जाने और बकाया वसूली अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ उपभोक्ताओं की ओर से बिल देर से मिलने की शिकायत की जा रही थी।