यह समय आध्यात्मिकबदलाव का महासमर
देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि यह समय आध्यात्मिक बदलाव का महासमर है। इन दिनों स्थिर जगत से लेकर सूक्ष्म जगत में भी बदलाव दिखाई दे रहा है।
हरिद्वार: देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि यह समय आध्यात्मिक बदलाव का महासमर है। इन दिनों स्थिर जगत से लेकर सूक्ष्म जगत में भी बदलाव दिखाई दे रहा है।
शांतिकुंज में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के प्रथम सत्र को संबोधित करते उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय में चल रही उथल-पुथल तूफानी झंझावतों के बीच शांतिकुंज में नवसृजन करने वाले व्यक्तित्वों को गढ़ा जा रहा है। जो समय आने पर अपने मूल कार्य नवसृजन के कार्य को पूरा करेगा। इसके लिए शांतिकुंज परिवार सामूहिक साधना के माध्यम से व्यक्ति निर्माण करने में जुटा है। संगोष्ठी के दूसरे दिन गायत्री परिवार की ओर से संचालित होने वाले वर्षभर की कार्य योजनाओं पर गहन मंथन किया गया। इस मौके पर केसरी कपिल, कालीचरण शर्मा, केपी दूबे, प्रोफेसर प्रमोद भट्नागर आदि मौजूद रहे। (संस)