आशा रानी हत्याकांड में 12 परिचित रडार पर
कनखल के आशा रानी हत्याकांड में पुलिस के शक की सूई परिचितों की ओर ही घूम रही है। ऐसे करीब 12 लोग रडार पर हैं जिनकी कुंडली खंगाली जा रही है। पुलिस को शक है कि कातिल का इन लोगों से कोई न कोई कनेक्शन है। वहीं पुलिस ने परिवार से जुड़े लोगों के अलावा कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कनखल के आशा रानी हत्याकांड में पुलिस के शक की सूई परिचितों की ओर ही घूम रही है। ऐसे करीब 12 लोग रडार पर हैं, जिनकी कुंडली खंगाली जा रही है। पुलिस को शक है कि कातिल का इन लोगों से कोई न कोई कनेक्शन है। वहीं पुलिस ने परिवार से जुड़े लोगों के अलावा कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है। सीआइयू अपने स्तर से सुराग जुटाने में लगी है।
कनखल पहाड़ी बाजार में गुरुवार को दिनदहाड़े एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई थी। आशा रानी के नाक-कान के आभूषण और मोबाइल भी गायब मिले थे। इतना ही नहीं, कातिल घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी उखाड़ ले गया है। दरअसल आशा रानी का घर घनी आबादी और तंग गली में है। ऐसे में कोई अंजान शख्स इतनी आसानी से घर में दाखिल नहीं हो सकता। इससे पुलिस का शक गहरा रहा है कि हत्या करने वाला कोई परिचित तो नहीं। हालांकि आसपास के नशेड़ियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं सीआइयू तकनीक के सहारे हत्यारे का पता लगाने में जुटी है। आशा रानी का मोबाइल लगातार बंद आ रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि मोबाइल को ठिकाने लगा दिया गया है। वहीं एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है।
कहीं दिखावे के लिए तो नहीं की लूट
पुलिस का मानना है कि कोई अपराधी लूट या चोरी के इरादे से घर में घुसता है तो हत्या नहीं करता। यहां आशा रानी के नाक व कान के आभूषण और मोबाइल लूटा गया है। जबकि, घर में बाकी नगदी और सामान सुरक्षित है। इससे यह माना जा रहा है कि हत्यारे का मकसद सिर्फ आशा रानी का कत्ल करना था। पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से जानबूझकर कत्ल को लूट का एंगल दिया गया है। सीओ सिटी अभय सिंह ने बताया कि रंजिश के एंगल पर भी गंभीरता से काम किया जा रहा है।