दो माह में आमिर के सिर से उठा मां-बाप का साया
जागरण संवाददाता रुड़की जिस उम्र में माता-पिता का प्यार मिलना चाहिए उस उम्र में आमिर के सि
जागरण संवाददाता, रुड़की: जिस उम्र में माता-पिता का प्यार मिलना चाहिए, उस उम्र में आमिर के सिर से माता-पिता का साया उठा गया। दो माह के अंदर पहले मां और फिर पिता की मौत हो जाने से आमिर घर से बेघर हो गया। शहर में लावारिस भटक रहे आमिर को अब पुलिस ने बाल गृह भेजा है। पुलिस उसके रिश्तेदारों का पता लगा रही है।
उप्र के तकिया महल, जानसट निवासी गुलफाम शहर में ठेली लगाकर फल बेचता था। करीब दो माह पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। गुलफाम काफी समय से रुड़की के सती मोहल्ला में किराये का मकान लेकर रहता था। पत्नी की मौत के बाद गुलफाम पूरी तरह से टूट गया था। गुलफाम की भी तबीयत खराब रहने लगी थी। गुलफाम का बेटा आमिर (8) जानसट में अपनी नानी के यहां रहता था। पत्नी की मौत के बाद गुलफाम अपने बेटे आमिर को अपने साथ ले आया था। आठ साल के बेटे की देखभाल करने के साथ वह ठेली भी लगाता था। कुछ दिन पहले गुलफाम की भी मौत हो गई थी। दो माह के अंदर माता-पिता की मौत के बाद आमिर अनाथ हो गया। रोटी के लिए वह शहर में इधर-उधर भटकता रहा। शहर में कोई रिश्तेदार नहीं होने के चलते आमिर इधर-उधर भटककर समय बिता रहा था। बुधवार को मलकपुर चुंगी पर उसे लावारिस हालत में भटकता देख किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे कोतवाली ले गई और पूछताछ की। आमिर की दुख भरी कहानी जिसने भी सुनी, उसकी आंखों में आंसू आ गए। पुलिस ने उसे फिलहाल बाल गृह रोशनाबाद भेजा है। पुलिस उसके रिश्तेदारों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह ने बताया कि आमिर के ननिहाल में रहने वाले रिश्तेदारों का पता लगाया जा रहा है। जिससे कि उसे वहां भेजा जा सके।