बच्चों को अस्पताल में मिल सकेगी रोटावायरस वैक्सीन
संवाद सहयोगी रुड़की रोटावायरस वैक्सीन अब सिविल अस्पताल में भी मिल सकेगी।रोटावायरस वैक्सीन स
संवाद सहयोगी, रुड़की: रोटावायरस वैक्सीन अब सिविल अस्पताल में भी मिल सकेगी।रोटावायरस वैक्सीन से बच्चों की रोटावायरस सुरक्षा हो सकेगी। रोटावायरस बच्चों को होने वाली खतरनाक बीमारी है। यह एक ऐसा वायरस है, जिसकी वजह से आंतों का इंफेक्शन यानी गैस्ट्रोएंटेराइटिस रोग हो जाता है। पांच साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी के शिकार होते हैं। समय से इलाज न कराने पर यह बीमारी जानलेवा साबित हो जाती है।
रोटावायरस वैक्सीन की लंबे समय से मांग की जा रही है। अभी तक यह वैक्सीन केवल निजी अस्पतालों में ही बच्चों को दी जाती थी। जिससे अभिभावक बच्चों को यह वैक्सीन नहीं पिला पा रहे थे, लेकिन अब यह वैक्सीन जल्द ही सरकारी अस्पतालों में भी उपलब्ध हो सकेगी। सिविल अस्पताल रुड़की के सीएमएस डॉ. डीके चक्रपाणि ने बताया कि रोटावायरस वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद है। इसे लेकर जल्द ही प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सीएमएस डॉ. डीके चक्रपाणि ने बताया कि रोटावायरस एक खतरनाक संक्रामक रोग है। छह माह से दो वर्ष तक के बच्चों को सबसे ज्यादा इससे खतरा रहता है। अस्पताल में रोटा वायरस वैक्सीन आने से बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। अस्पताल में फिलहाल बीसीजी, डीपीटी, पेंटा, पोलियो आदि की वैक्सीन एवं टीके उपलब्ध है।