हरिद्वार में भी सुर्खियों में रहे थे इंस्पेक्टर चमोला
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कनखल में प्रॉपर्टी डी¨लग से जुड़े करोड़ों के विवाद में एसटीएफ से हटाए गए इं
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कनखल में प्रॉपर्टी डी¨लग से जुड़े करोड़ों के विवाद में एसटीएफ से हटाए गए इंस्पेक्टर आरबी चमोला हरिद्वार में तैनाती के दौरान भी सुर्खियों में रहे हैं। अब चमोला पर गाज गिरने से हरिद्वार से जुड़े पुराने मामलों को लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।
कनखल में प्रॉपर्टी डीलरों के बीच करोड़ों के लेन-देन के विवादों में हाल ही में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हुए। इन मुकदमों में सुनील राठी और उसकी मां राजबाला सहित आठ से ज्यादा प्रॉपर्टी डीलर नामजद हैं, लेकिन सबसे पहली गाज तत्कालीन सीओ कनखल जेपी जुयाल पर गिरी। एसएसपी ने तथ्यों से गुमराह करने के आरोप में उन्हें हटाते हुए गैरजनपद तबादले की संस्तुति की। इसके बाद जुयाल को सीबीसीआइडी देहरादून भेज दिया गया। सूत्र बताते हैं कि एसएसपी ने आरबी चमोला की भूमिका को लेकर भी एक चिट्ठी आला अधिकारियों को भेजी थी, जिस पर विभागीय जांच हुई। सूत्र यहां तक बताते हैं कि कनखल के प्रॉपर्टी डीलरों से भी चमोला के बारे में पूछताछ की गई। आखिरकार सोमवार को चमोला को पीटीसी नरेंद्र नगर अटैच कर दिया गया। चमोला लगभग एक दशक तक हरिद्वार में तैनात रहे। अलग राज्य बनने के बाद जब उत्तर प्रदेश के बदमाशों ने साफ्ट टारगेट के तौर पर उत्तराखंड का रुख किया, तब हरिद्वार पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर किए। एनकाउंटर करने वालों में कुलदीप असवाल, आरबी चमोला, जेपी जुयाल, वीडी उनियाल जैसे दारोगा प्रमुख रहे। लेकिन सबसे ज्यादा सुर्खियां चमोला ने बटोरी। चमोला के कई एनकाउंटर पर सवाल ही नहीं उठे, बल्कि अपराधियों से साठगांठ के आरोप भी लगे। संपत्ति जांच की मांग भी उठी। हरिद्वार से जुड़े मामलों की जांच पिछले कई साल से धूल फांकती रही। अब चमोला पर गाज गिरने से उन तमाम शिकायतों और जांच को लेकर महकमे के भीतर चर्चा का बाजार गर्म हो गया। चमोली पर कार्रवाई से खासकर कनखल का माहौल गर्म रहा।