एलोपैथी से लंबी रेखा खींचकर होगा आयुष का विकास
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: आयुष मंत्री डॉ.हरक ¨सह रावत ने कहा आयुर्वेद के विकास के लिए सभी को मिलकर
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: आयुष मंत्री डॉ.हरक ¨सह रावत ने कहा आयुर्वेद के विकास के लिए सभी को मिलकर लंबी रेखा खींचनी होगी, जिससे आयुष एलोपैथ से आगे निकल जाए। आज देश ही नहीं विदेशों में भी आयुष के प्रति लोगों कारूझान तेजी से बढ़ा है।
आयुष मंत्री रविवार को ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर में स्नातक परास्नातक परिषद की ओर से आयोजित त्रयो¨वशति वार्षिक सम्मेलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मदन मोहन मालवीय के रोपित इस संस्था को निरंतर प्रगति दिलाना हमारे लिए गौरव की बात है। कहा प्रदेश सरकार आयुष डॉक्टरों को एलोपैथी की दवाओं को लिखने का अधिकार दिलाने और रिक्त पदों पर भर्तियों के लिए जल्द ही कदम उठाएगी। कहा आयुर्वेद डॉक्टरों को नान प्रेक्टिस अलाउंस भी दिलाया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा पंडित मदन मोहन मालवीय ने गंगा की रक्षा, निर्मलता व अविरलता के लिए ही हरिद्वार में श्रीगंगा सभा, ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर की स्थापना के साथ ही उत्तर प्रदेश के बनारस में बनारस ¨हदू विश्वविद्यालय की स्थापना की। इसलिए वे आज सभी के दिलों में अमर हैं। शहरी विकास मंत्री ने अपने निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की।
परिसर निदेशक डॉ. सुनील जोशी ने परिसर की गतिविधियों व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। केंद्रीय आयुर्वेद परिषद के सदस्य और परास्नातक परिषद के अध्यक्ष डॉ रमाकांत शर्मा ने कहा ऋषिकुल परिसर की स्थापना आज से करीब सौ वर्ष पूर्व पंडित मदन मोहन मालवीय ने की थी। तबसे यह परिसर निरंतर आयुष के उत्थान के लिए प्रयासरत है। कुलपति डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने आयुष विश्वविद्यालय की वर्तमान में भूमिका पर प्रकाश डाला। इस दौरान भाजपा नेता नरेश शर्मा, मंडी परिषद के चेयरमैन संजय चोपड़ा, कुलसचिव डॉ. अनूप कुमार गक्खड़, डॉ. विनीता, परिषद के सचिव डॉ. देवेंद्र चमोली, डा विनोद कुमार शर्मा सहित बड़ी संख्या में पुरातन छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
जब आयुष मंत्री हुए नाराज
आयुष मंत्री डॉ. हरक ¨सह रावत का पारा उस समय चढ़ गया जब उनके संबोधन के दौरान मंच पर खड़े कुछ लोग आपस में बात कर रहे थे। कहा जब मंच ही मर्यादा में नहीं रहेगी तो सामने उपस्थित लोगों में क्या संदेश दिया जाएगा। कहा अनुशासन व शालीनता सभी के लिए जरूरी है।