पालिका की बत्ती गुल करना ऊर्जा निगम को पड़ा भारी
संवाद सूत्र, मंगलौर: ऊर्जा निगम को नगर पालिका की बत्ती गुल करना भारी पड़ सकता है। अब पालिका अपनी सीमा
संवाद सूत्र, मंगलौर: ऊर्जा निगम को नगर पालिका की बत्ती गुल करना भारी पड़ सकता है। अब पालिका अपनी सीमा में ऊर्जा निगम के लगाए ट्रांसफार्मर का किराया वसूलने की तैयारी में है। इसके लिये अवर अभियंता इस्टीमेट तैयार करने में जुट गए हैं।
मंगलौर नगर पालिका कार्यालय पर ऊर्जा निगम का तीन साल का बिजली बिल का करीब साढ़े तीन लाख रुपया बकाया चल रहा है। बकाया वसूली को ऊर्जा निगम ने पालिका को जनवरी में नोटिस भेज बिल भुगतान को कहा था। मार्च माह के आखिर तक भुगतान न होने पर ऊर्जा निगम ने रविवार को पालिका कार्यालय की बत्ती गुल कर दी थी। बत्ती गुल होते ही पालिका प्रशासन ने भी ऊर्जा निगम के विरुद्ध नजरें टेढ़ी कर ली हैं। यहां तक कि पालिका ऊर्जा निगम पर करोड़ों रुपये का दावा कर रहा है। योजना प्रभारी शाहिद अली की मानें तो ऊर्जा निगम ने कई स्थानों पर पालिका की भूमि पर ट्रांसफार्मर लगा रखे हैं, जिसका आज तक ऊर्जा निगम कोई किराया नहीं दिया है, जो करोड़ों में बैठता है। इसकी वसूली को कब्जा की गई भूमि को चिह्नित कर उसका इस्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। रिपोर्ट शासन को भेजने के साथ ही ऊर्जा निगम को भी किराया वसूली के लिए नोटिस भेजा जाएगा। पालिका चेयरमैन चौधरी इस्लाम ने बताया कि ऊर्जा निगम ने पालिका भूमि पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। इन्हें हटवाने के साथ ही अब तक के किराये की वसूली को नोटिस भी भेजा जाएगा।