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नौकरी से निकाले गए युवा उतरे सड़क पर, दोबारा नियुक्ति की मांग पर सचिवालय किया कूच

नौकरी से निकाले गए युवा शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। दोबारा नियुक्ति देने की मांग कर रहे युवाओं ने सरकार और विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सचिवालय कूच किया। सचिवालय के गेट पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका तो वहीं धरने पर बैठ गए।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 09:00 PM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 09:00 PM (IST)
नौकरी से निकाले गए युवाओं ने किया सचिवालय कूच।

देहरादून, जेएनएन। पंचायतीराज विभाग में नौकरी से निकाले गए युवा शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। दोबारा नियुक्ति देने की मांग कर रहे युवाओं ने सरकार और विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सचिवालय कूच किया। सचिवालय के गेट पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका तो वहीं धरने पर बैठ गए। नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह युवाओं को समझाया, तब वह शांत हुए। इसके बाद युवाओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर जल्द मांग पूरी नहीं होने पर बेमियादी भूख हड़ताल की चेतावनी दी।

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पंचायतीराज विभाग ने बीती मार्च में आउटसोर्स से रखे गए 95 जेई और 281 डाटा एंट्री ऑपरेटरों की सेवा समाप्त कर दी थी। नौकरी से निकाले गए युवा बहाली के लिए पिछले 14 दिन से सहस्रधारा रोड स्थित एकता विहार में धरनास्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार की ओर से सुध नहीं लिए जाने से नाराज युवा सुबह 11 बजे परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए और सचिवालय कूच किया। कूच का नेतृत्व कर रहे निर्मल पाटनी ने बताया कि विभाग ने उनको नवंबर 2019 से मार्च 2020 तक वेतन भी नहीं दिया है।

सचिवालय के गेट पर युवाओं का प्रदर्शन करीब एक घंटे तक जारी रहा। युवाओं के आक्रोश को देखते हुए नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने पंचायतीराज विभाग के उच्च अधिकारियों से दूरभाष पर संपर्क किया और युवाओं को मुलाकात के लिए समय देने का आग्रह किया। नगर मजिस्ट्रेट ने बताया कि पंचायतीराज सचिव ने 17 नवंबर को युवाओं को मुलाकात के लिए बुलाया है। 

मुलाकात का आश्वासन मिलने के बाद युवा वापस धरनास्थल पहुंच गए। सचिवालय कूच करने वालों में सचिन नेगी, राहुल लडोला, आशीष कंडारी, ललित चमोली, मनीष रावत, सुमित मैठाणी, सुधीर रावत, मनोज दिगारी, विपिन रावत, रूबल रावत, मनीषा मेहर, मनीषा, लक्ष्मी पंवार, रेणु, प्रदीप आदि शामिल रहे।

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