नशे से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें युवा
जागरण संवाददाता ऋषिकेश विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने युवाओं से तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों से बचने और राष्ट्रहित में योगदान देने की अपील की है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने युवाओं से तंबाकू व धूम्रपान उत्पादों से बचने और राष्ट्रहित में योगदान देने की अपील की है।
रविवार को बैराज मार्ग स्थित कैंप कार्यालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित गोष्ठी में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि युवा वर्ग तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों के जाल में फंसता जा रहा है। कोरोना संक्रमण काल में जब हम इस बीमारी से बचने के उपाय खोज रहे हैं, हमें दूसरी गंभीर बीमारियों से भी हिफाजत करनी होगी और इनमें तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियां भी शामिल हैं। जागरूकता और प्रयास से हम सब इसे रोक सकते हैं। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरिमोहन त्रिपाठी ने कहा कि धूम्रपान करने वालों को कोरोना संक्रमण से खतरा अधिक रहता है। धूम्रपान करने वालों के फेफड़ों की क्षमता भी कम हो जाती है, जिससे कोरोना संक्रमण होने पर मौत की संभावना कई गुना तक बढ़ जाती है। इस मौके पर ऋषिकेश भाजपा मंडलाध्यक्ष दिनेश सती, सरोज डिमरी, सुमित पंवार, रविद्र कश्यप, पार्षद सुंदरी कंडवाल आदि उपस्थित थे।
जिदगी चुनो, तंबाकू नहीं: स्वामी चिदानंद
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने तंबाकू निषेध दिवस के पर देशवासियों से नशामुक्त जीवन पद्धति अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिंदगी चुनों तंबाकू नहीं, जीवन है तो सब कुछ है, इसलिये तंबाकू की छुट्टी करो। अगर अपने जीवन और अपनों के जीवन से प्यार है तो तम्बाकू के साथ अन्य सभी नशीली वस्तुओं का बहिष्कार करना होगा। स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि भगवान ने गिनती की सांसे दी हैं। एक सिगरेट पीने से एक सांस कम हो जाती है, एक बीड़ी पीने से दो सांसे कम हो जाती है और एक पैकेट गुटका खाने से चार सांसे कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि भारत में दस लाख और विश्व स्तर में 70 लाख से अधिक लोग हर साल तंबाकू और सिगरेट के सेवन अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते है।
मानसिक, शारीरिक व भौतिक रूप से कमजोर करता है नशा
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के सचिव सैमुएल हर्बर्ट ने कहा कि नशे की लत शरीर के साथ-साथ घर-परिवार सब बर्बाद कर देती है। नशा हमारे सोचने-समझने की शक्ति को खत्म करने के लिए जिम्मेदार है। हमारी यही गलती हमें समाज और अपनों सभी से दूर कर बैठती है। नशा आपको मानसिक, शारीरिक, भौतिक व आध्यात्मिक रूप से कमजोर कर देता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दोरान ऋषिकेश के 54 लोगों ने तंबाकू छोड़ने के लिए कदम आगे बढ़ाए हैं। यह एक अच्छी पहल है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट ने कहा कि आपका परिवार आपकी सबसे बड़ी ताकत है। अपना ज्यादा से ज्यादा समय बच्चों के साथ बिताएं। कोई भी समस्या हो तो अपने माता-पिता या जीवनसाथी के साथ उसे शेयर करें। ऐसा करने से आपका ध्यान नशे की तरफ कम जाएगा। कुछ देर मुश्किल लगेगा, मगर धीरे-धीरे आसान होता जाएगा।