तीर्थनगरी में बूंदाबांदी से ठंडक का हुआ अहसास
जागरण संवाददाता ऋषिकेश पिछले कुछ दिनों से धुंध और कोहरे के कारण तीर्थनगरी की आब
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश
पिछले कुछ दिनों से धुंध और कोहरे के कारण तीर्थनगरी की आबोहवा लोगों को परेशान कर रही थी। मगर, गुरुवार को अचानक बदले मौसम के मिजाज ने पूरी तरह ठंडक का अहसास करा दिया। दोपहर बाद हुई हल्की बारिश से तीर्थनगरी क्षेत्र में पारा लुढ़क गया, जिससे लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा। वहीं देर रात तक चली तेज आंधी और सर्द हवाओं ने लोगों को परेशानी में डाला।
दीपावली के बाद तीर्थनगरी में मौसम ने करवट बदल दी थी। दीपावली के अगले रोज ही पूरे तीर्थनगरी क्षेत्र ने कोहरे की चादर ओढ़ ली थी। जिसके बाद मौसम में कभी कोहरा और कभी धुंध के कारण खुलकर धूप भी नहीं खिल रही थी। जिससे तापमान में कुछ कमी आ गयी थी और रात व सुबह के समय ठंडक का अहसास होने लगा था। मगर, गुरुवार को मौसम ने अचानक करवट बदल दी। सुबह से ही आसमान में बादल घिर आये थे और बारिश की आशंका बन रही थी। दो बजे मौसम का मिजाज तब और बदल गया जब रिमझिम बारिश की बूंदें गिरनी शुरू हो गयी। इसके बाद सायं चार बजे तक रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। सायं चार बजे के बाद तेज हवाएं चलना भी शुरू हो गया। जिससे ठंडक और अधिक बढ़ गयी। पिछले दिनों जहां तीर्थनगरी क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक था वहीं गुरुवार को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मौसम की इस करवट ने शीतकाल का अच्छा एहसास करा दिया। जहां अभी तक लोग हाफ शर्ट व टी-शार्ट में घूम रहे थे, वहीं पारा लुढ़कने के बाद लोगों ने गर्म कपड़े निकाल दिये हैं। सायं के समय बाजार में लोग स्वेटर, जैकेट व टोपी पहनकर व शॉल ओढ़कर निकले। आंधी से बिजली हुई गुल
गुरुवार सायं बूंदाबांदी के बाद तेज आंधी-तूफान से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। सायं करीब पांच बजे अचानक पूरे क्षेत्र की बिजली गुल हो गयी। बताया गया कि बाईपास मार्ग पर फीडर की मुख्य लाइन पर पेड़ की शाखा गिर गयी थी, जिससे बिजली बाधित हो गयी। ऊर्जा निगम के अधिकारी देर सायं तक लाइन की मरम्मत के काम में जुटे थे।
छज्जा गिरा, बाल-बाल बचे राहगीर
सायं करीब पांच बजे तेज तूफान के बीच लक्ष्मणझूला मार्ग पर लुडिदा मंडी के समीप एक पुरानी इमारत का छज्जा भरभराकर सड़क पर आ गिरा। गनीमत रही कि गुरुवार को साप्ताहिक अवकाश होने के कारण बाजार बंद था और यहां ज्यादा भीड़-भाड़ नहीं थी। मगर, इस दौरान यहां से तीन लोग पैदल गुजर रहे थे। अचानक से छज्जे का बड़ा हिस्सा उनके आगे गिर जाने से हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय दुकानदार गिरीश राजभर ने बताया कि शुक्र रहा कि यह मलबा इन लोगों से दो-तीन कदम की दूरी पर गिरा, जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।