वोटर कार्ड के आधार से लिंक होने पर निर्वाचन में आएगी पारदर्शिता
वोटर कार्ड के आधार से लिंक होने पर निर्वाचन में आएगी पारदर्शिता
वोटर कार्ड के आधार से लिंक होने पर निर्वाचन में आएगी पारदर्शिता
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उप जिलाधिकारी शैलेंद्र नेगी ने कहा कि मतदाता कार्ड के आधार से लिंक होने पर निर्वाचन में ओर पारदर्शिता आएगी।
ऋषिकेश परिसर में आयोजित कार्यशाला में विवि के रजिस्टर खेमराज भट्ट ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव मनाने के साथ-साथ अपने वोटर आइडी को आधार से अवश्य रूप से लिंक करें और अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करें। एसडीएम ऋषिकेश शैलेंद्र नेगी ने कहा कि चुनाव आयोग आधार कार्ड और वोटर आइडी कार्ड को लिंक करने का अभियान चला रहा है। इससे इलेक्टोरल रोल में डुप्लीकेसी से बचा जा सकेगा और चुनावों में धांधली रोकने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि आधार और वोटर आइडी कार्ड को लिंक करने के लिए सबसे पहले एनवीएसपी पर रजिस्टर करना होगा। उन्होंने पोर्टल पर लिंक कर अपडेट का तरीका भी बताया। प्राचार्य व कार्यशाला के अध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने कहा कि वर्तमान समय में वोटर आइडी को आधार कार्ड से लिंक करना बहुत जरूरी है। इसके तहत मतदाता सूची के डेटा को आधार से जोड़ने का फैसला किया गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. अशोक कुमार मेंदोला ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों से लोगों को वोटर आइडी आधार से लिंक करने में मदद करने का आह्वान किया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. विजय प्रकाश श्रीवास्तव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. महावीर सिंह रावत, प्रो. दिनेश शर्मा, प्रो. आनंद प्रकाश सिंह, डा. प्रमोद कुकरेती, शकुंतला शर्मा, साक्षी तिवारी, सृष्टि आर्य, मनीषा, सिमरन आदि उपस्थित रहे।