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    Uttarakhand Weather Updates: उत्तराखंड के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश, बागेश्वर में मकान ध्वस्त

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Wed, 29 Jul 2020 08:52 PM (IST)

    Uttarakhand Weather Updates उत्तराखंड में आने वाले चार दिन के लिए प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई है।

    Uttarakhand Weather Updates: उत्तराखंड के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश, बागेश्वर में मकान ध्वस्त

    देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Weather Updates उत्तराखंड में बारिश से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। आने वाले चार दिन के लिए प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बुधवार को सुबह से ही दून और मसूरी समेत अन्य जगहों पर बारिश का दौर जारी है। विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई है। विशेष तौर पर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग और चमोली में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। संबंधित जिलों में प्रशासन और आपदा प्रबंधन केंद्र को भी अलर्ट रहने की सलाह दी है।शासन ने भी सभी जिलाधिकारियों को सजग रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं, बदरीनाथ हाईवे पागलनाला, गुलाबकोटी (हेलंग), कोडिया (पीपलकोटी), भनेरपानी, बाजपुर (चमोली) में मलबा आने से अवरूद्ध हो गया है। वहीं, बागेश्वर में बारिश से एक मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।

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    प्रदेश में मानसून ने जोर पकड़ लिया है। ऐेसे में मौसम विभाग ने आने वाले चार दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई है। बुधवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चंपावत और पौड़ी में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट है। इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग और चमोली में भी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शासन ने भी सभी जिलाधिकारियों को सजग रहने के निर्देश दिए हैं।

    बागेश्वर में बारिश से मकान ध्वस्त

    बागेश्वर जिले के कपकोट के किडई गांव में बारिश से एक मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। हादसे में पांच लोग की जान बाल-बाल बची। सभी प्रभावित परिवारों को दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया गया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है। 

    हरकी पैड़ी के पास बने नहर पुल के आधे हिस्से में दरार 

    हरिद्वार-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर की पैड़ी के पास बने नहर पुल के आधे हिस्से में दरार आने से हड़कंप मच गया। दरार आने की जानकारी बुधवार दोपहर को हो सकी इसके बाद एनएचएआइ ने पुल के आधे हिस्से पर यातायात को सुचारू रखते हुए दरार की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण कटियार ने दरार आने की बात को स्वीकार करते हुए बताया कि भारी बरसात के कारण पुल की एप्रोच स्लैब के निचले हिस्से की मिट्टी के बह जाने के कारण दरार और गड्ढा नजर आ रहा है, जिसकी मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही इसे ठीक कर दिया जाएगा। उन्होंने किसी बड़े नुकसान की बात से इनकार किया। 

    चारधाम यात्रा मार्ग पर भी भारी बारिश की चेतावनी

    मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, मंगलवार को चारधाम यात्रा मार्ग पर भी कहीं-कहीं भारी बारिश के एक से दो दौर हो सकते हैं। इसमें हरिद्वार से ऋषिकेश, मसूरी से हरिद्वार के बीच भारी बारिश की संभावना है। जबकि, ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग, रुद्रप्रयाग से जोशीमठ, रुद्रप्रयाग से केदारनाथ, टिहरी से उत्तरकाशी, उत्तरकाशी से बड़कोट, बड़कोट से यमुनोत्री के बीच भी गरज के साथ मध्यम बारिश हो सकती है।

    चमोली और पिथौरागढ़ में फटा बादल 

    चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। दोनों जिलों में मलबे में दबने से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि एक लापता है। पिथौरागढ़ जिले में 119 गांव जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट चुके हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाली सड़कों समेत  31 मार्ग जगह-जगह मलबा आने से बंद हैं। ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे वाले 11 पुल भी बह चुके हैं। कुमाऊं में काली और गोरी नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। हरिद्वार में भी गंगा चेतावनी निशान के पास बह रही है।

    पहाड़ों में भारी बारिश और भूस्खलन जिंदगी पर भारी पडऩे लगी है। चमोली जिले के पडेर-बूरा गांव में बादल फटने से पास में बहने वाले बरसाती नदी में आए उफान से जबरदस्त नुकसान हुआ है। घटना तड़के साढ़े तीन बजे की है। नदी में सैलाब के साथ आया मलबा आसपास के घरों में जा घुसा। इससे चार घर क्षतिग्रस्त हो गए और एक जमींदोज हो गया। हादसे में घर में सो रहे तीन सदस्यों में से 36 वर्षीय देवेश्वरी देवी और उनकी 12 वर्षीय बेटी प्रीता मलबे में दब गए, जबकि देवेश्वरी के पति सुरक्षित बाहर निकल गए। ग्रामीणों की सहायता से दोनों को मलबे से निकाला गया, लेकिन तब तक देवेश्वरी दम तोड़ चुकी थी। घायल प्रीती का घाट के अस्पताल में उपचार चल रहा है।

    सुबह प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। ग्राम प्रधान पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि बादल फटने के दौरान इतनी तेज गडग़ड़ाहट सुनकर गांव के लोग आधी नींद में ही सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। आई जिससे अन्य ग्रामीण सतर्क होकर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग गए। नायब तहसीलदार राकेश देवली ने बताया कि मलबे से खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। आपदा प्रभावितों को सुरक्षित ठिकानों पर ठहराया गया है।

    पिथौरागढ़ जिले की बंगापानी तहसील में आपदा की मार 

    पिथौरागढ़ जिले की बंगापानी तहसील में आपदा की मार जारी है। बादल फटने से मेंतली गांव में एक गोशाला मलबे की चपेट में आ गई। इससे गोशाला ध्वस्त हो गई और वहां मौजूद 45 वर्षीय राधा देवी की मौत हो गई। मेतली के पास ही गोरीछाल जाराजिबली गांव में भी एक महिला मलबे में दबी है। गांव को जोडऩे वाला मार्ग पहुंचने से बचाव दल नहीं पहुंच पाया। ग्रामीण ही राहत और बचाव में जुटे हैं। सामरिक महत्व के दकोट-मुनस्यारी मार्ग में पांच वर्ष पूर्व बीआरओ द्वारा बनाया गया दुगड़ीगाड पुल बह गया है। मौरी गांव में एक दुकान सहित दो बाइक और दो मैक्स वाह गोरी नदी के उफान में बह गए। धारचूला तहसील मुख्यालय से तीन किमी दूर गलाती में छिपलाकेदार से आने वाली गलाती नदी ने रौद्र रूप ले लिया। नदी के उफान में एक चाय की दुकान और पंचायत घर बह गए।

    सेना का भी संपर्क भंग, कैंप तक पहुंचने को किया निरीक्षण

    पिथौरागढ़ जिले के गोरीछाल जाराबिजली क्षेत्र में बादल फटने से जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग का पुुल बह चुका है। इस पुल से ही कुमाऊं स्काउट के जवान मुनस्यारी होते हुए चीन सीमा पर स्थित मिलम तक जाते हैं। पुल बहने से आवाजाही ठप हो गई है। मिलम स्थित कैंप तक कैसे पहुंचा जाए, इसके लिए कुमाऊं स्काउट के अधिकारियों ने जायजा लिया। कुमाऊं स्काउट की टुकड़ी धारचूला में भी तैनात है।

    दून में झमाझम बारिश से सड़कें जलमग्न

    दून में भी मानसून की बारिश ने जोर पकड़ लिया है। मंगलवार को तड़के रिमझिम बारिश और दोपहर बाद हुई तीव्र बारिश से शहर की सड़कें जलमग्न हो गईं। हालांकि, बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को सुबह से धूप और बादलों की आंख-मिचौनी के बाद दिन में करीब सवा दो बजे मौसम ने करवट बदली और घने बादलों के बीच तीव्र वर्षा का दौर शुरू हो गया। देर शाम तक शहर के अधिकांश हिस्से में तेज बारिश के दो से तीन दौर हुए। झमाझम बारिश के कारण तमाम नदियां व नाले उफान पर आ गए और सड़कें भी तालाब में तब्दील हो गई। 

    राजपुर रोड और रायपुर क्षेत्र में सर्वाधिक बारिश हुई। उक्त दोनों ही क्षेत्रों में 90 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा चकराता रोड, बल्लूपुर, कौलागढ़ और जीएमएस रोड पर भी मेघ खूब बरसे। इस दौरान दर्शनलाल चौक, लैंसडोन चौक, एस्लेहॉल चौक, बुद्धा चौक, प्रिंस चौक, सहारनुपर चौक, कारगी चौक, बंजारावाला, शिमला बाईपास आइएसबीटी चौक आदि स्थानों पर नालियां ओवर फ्लो होने के कारण काफी देर तक जल भराव की स्थिति रही। इस दौरान वाहन सवारों के साथ ही पैदल राहगीरों को भी आवाजाही में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

    विधायक जोशी ने किया ब्रह्मावाला खाला का निरीक्षण

    मूसलाधार बारिश के कारण धोरणखास क्षेत्र में पुश्ता ढहने से कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। मंगलवार को मसूरी विधायक गणोश जोशी ने ब्रह्मावाला खाला और सुमन नगर का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया। मसूरी विधायक गणोश जोशी ने वार्ड पांच धोरणखास के ब्रहमावाला खाला और वार्ड चार राजपुर के सुमन नगर में नायब तहसीलदार शूरवीर सिंह राणा, भाजपा मंडल महामंत्री सुरेंद्र राणा और पार्षद चुन्नीलाल के साथ निरीक्षण किया। विधायक जोशी ने पुश्ता ढहने और घरों में पानी घुसने की समस्या को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

    यह भी पढ़ें: चमोली में बादल फटने से एक महिला की मौत, पिथौरागढ़ में चीन सीमा को जोड़ने वाला पुल बहा

    विभिन्न शहरों में तापमान

    शहर,       अधि.      न्यून.

    देहरादून     31.4     25.7

    उत्तरकाशी   25.2     19.6

    मसूरी       22.3     17.2

    टिहरी       24.4     19.0

    हरिद्वार      33.8     26.2      

    जोशीमठ    24.2     17.6

    पिथौरागढ़   26.8     20.8  

    अल्मोड़ा    26.3     19.5

    मुक्तेश्वर    22.0     15.9    

    नैनीताल     21.7     17.5

    यूएसनगर   31.0      25.1

    चम्पावत    24.5     17.8

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