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Uttarakhand Weather Update: आफत बरकरार, उत्तराखंड में भारी वर्षा को लेकर मौसम व‍िभाग का आरेंज अलर्ट जारी

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार से तीन दिन प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के आसार हैं। इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नदी-नालों के उफान पर आने और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sun, 11 Sep 2022 09:43 PM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2022 09:43 PM (IST)
Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख होने लगे हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख होने लगे हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक बादल मंडराने के साथ ही कई स्थानों पर बौछारों का दौर जारी है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और नदी-नालों के उफान से जन-जीवन प्रभावित है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार से तीन दिन प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के आसार हैं। इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नदी-नालों के उफान पर आने और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

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धारचूला और ऊखीमठ में भारी वर्षा ने बरपाया कहर

बीते शुक्रवार से ही प्रदेश में मौसम आफत बरसा रहा है। पिथौरागढ़ के धारचूला और रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ में भारी वर्षा ने कहर बरपाया। इसके बाद शनिवार और रविवार को भी देहरादून समेत कई जनपदों में तेज बौछारों के कई दौर हुए। कहीं-कहीं हल्की धूप के साथ बूंदाबांदी भी दर्ज की गई।

दून और बागेश्वर में गरज के साथ तेज बौछारें

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, सोमवार को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आंशिक से लेकर मुख्यत: बादल छाये रह सकते हैं। देहरादून और बागेश्वर जनपद में गरज के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। अन्य क्षेत्रों में बूंदाबांदी के आसार हैं।

जिला प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह

मंगलवार से मानसून की वर्षा जोर पकड़ सकती है। देहरादून, टिहरी, चमोली, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ में तीन दिन भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसको लेकर सभी जनपदों के जिला प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

डबरकोट में पत्थरों की वर्षा से सहमे तीर्थयात्री

बड़कोट (उत्तरकाशी) : रविवार सुबह बिना वर्षा के डबरकोट की पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ। जब भूस्खलन तेज हुआ तो दांगुड गांव के देशराज सिंह अपनी बाइक छोड़कर भाग निकले तथा उनकी जान बाल-बाल बची।

जेसीबी आपरेटर ने भाग कर बचाई जान

देशराज सिंह की बाइक एक भारी बोल्डर के नीचे दबी। एनएच के जेसीबी आपरेटर आनंद ने भी भाग कर जान बचाई। जेसीबी आपरेटर आनंद ने बताया कि पहले रुक-रुक कर पत्थर गिर रहे थे। भूस्खलन के रुकने का इंतजार कर रहे थे कि अचानक भारी पत्थरों की वर्षा होने लगी। उन्होंने किसी तरह से जेसीबी को किनारे लगाया और अपनी जान बचाने के लिए वह एक बड़े पत्थर के नीचे छिपे। इस दौरान भूस्खलन जोन के दोनों ओर फंसे तीर्थयात्री भी सहमे रहे, जबकि भूस्खलन बढ़ता देख आसपास के ग्रामीण लगातार तीर्थयात्रियों को भूस्खलन जोन से पीछे हटने के लिए आवाज देते रहे।

पिथौरागढ़ में पांच और दरकोट में एक मकान जमींदोज

पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में शनिवार रात को भी भारी वर्षा का कहर जारी रहा। तेजम तहसील के दाफा गांव में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से पांच मकान मलबे में बह गए। वर्तमान में इन परिवारों का माइग्रेशन अन्य गांवों में होने से जन और पशुहानि बच गई। मुनस्यारी के दरकोट गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया।

हेलीकाप्टर से नहीं निकाले जा सके मार्ग में फंसे आदि कैलास यात्री

कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग (तवाघाट-लिपुलेख) मलबा आने से शुक्रवार से बंद है। मार्ग बंद होने से आदि कैलास के दर्शन कर वापस लौट रहे 19वें दल के 24 यात्री बूंदी में ही फंसे हैं। मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण यात्रियों आज भी बूंदी से वापस नहीं लाया जा सका।

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