Move to Jagran APP

Uttarakhand Weather Update : अभी बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं, 30 नवंबर के बाद करवट ले सकता है मौसम

Uttarakhand Weather Update रविवार को भी देहरादून सहित अधिकतर इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है। अभी बारिश-बर्फबारी के कोई आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार 30 नवंबर के बाद मौसम करवट ले सकता है और हल्‍की बारिश व बर्फबारी हो सकती है।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2022 07:56 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 08:03 AM (IST)
Uttarakhand Weather Update : अभी बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं, 30 नवंबर के बाद करवट ले सकता है मौसम
Uttarakhand Weather Update : अभी बारिश-बर्फबारी के कोई आसार नहीं हैं।

टीम जागरण, देहरादून : Uttarakhand Weather Update : अभी बारिश-बर्फबारी के कोई आसार नहीं हैं। राज्‍यभर में अभी कुछ दिन मौसम शुष्‍क रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 30 नवंबर के बाद मौसम करवट ले सकता है और हल्‍की बारिश व बर्फबारी हो सकती है। रविवार को भी देहरादून सहित अधिकतर इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है।

loksabha election banner

क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत नहीं होने पर विधायक ने जताई नारागजी

वहीं हरिद्वार जिले के लंढौरा में छह साल पहले बरसात में क्षतिग्रस्त हुए जौरासी गांव के पुल की मरम्मत नहीं होने पर विधायक उमेश कुमार ने नाराजगी जताई है। शुक्रवार को उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया। उन्होंने कहा कि पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद भी जांच नहीं की गई।

यह भी पढ़ें : Badrinath Dham में शीतकाल में 12 साधु करेंगे तपस्या, मान्‍यता है कि भगवान नारायण आज भी हैं यहां तपस्यारत

जांच के बाद संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए थी। साथ ही, घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने वाली संबंधित निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्ट किया जाना चाहिए था।

यह भी पढ़ें : Uttarakhand Weather Update : कुमाऊं में दिन-रात के तापमान में फासला बढ़ा, सर्दी-फ्लू को लेकर अलर्ट 

तापमान में उतार-चढ़ाव को देखते हुए स्वास्थ्य को लेकर सतर्क किया

वहीं कुमाऊं मंडल में आज रविवार को मैदान से लेकर पहाड़ तक धूप खिली हुई है। हवा चलने से दिन के तापमान में वृद्धि हुई है, जबकि रात का तापमान कम हुआ है। मौसम विभाग ने तापमान में उतार-चढ़ाव को देखते हुए स्वास्थ्य को लेकर सतर्क किया है।

12 साधुओं को शीतकाल में बदरीनाथ धाम में रहने की अनुमति

बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए कपाट बंद कर दिए गए हैं। शीतकाल में यहां सुरक्षाकर्मियों के सिवाय और कोई नजर नहीं आता। ठंड से बचने के लिए परिंदे भी यहां से पलायन कर जाते हैं।

लेकिन, बदरीनाथ के बर्फ से ढके होने के बाद भी यहां शीतकाल में तप करने के लिए साधुओं निवास करते हैं। इस बार 12 साधुओं को शीतकाल के दौरान धाम में रहने की अनुमति दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.