Uttarakhand Weather : मानसून की विदाई से पहले आफत बने बादल, तीन लोग बहे, दो के शव बरामद
Uttarakhand Weather शुक्रवार तड़के से ही बारिश का दौर जारी है। शहरी क्षेत्रों में जलभराव और नदी-नालों के उफान से लोग परेशान हैं तो पहाड़ों में भूस्खलन नासूर बना हुआ है। केदारनाथ समेत आसपास की चोटियों में हिमपात से घाटी का तापमान गिर गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather : प्रदेश में भारी वर्षा के कारण दुश्वारियां बढ़ गई हैं। शुक्रवार तड़के से ही बारिश का दौर जारी है। मैदान से पहाड़ तक आफत की वर्षा से जन-जीवन प्रभावित है।शहरी क्षेत्रों में जलभराव और नदी-नालों के उफान से लोग परेशान हैं तो पहाड़ों में भूस्खलन नासूर बना हुआ है।
पौड़ी में नदी में बहने से एक महिला की मौत
जनपद पौड़ी में थलीसैण बैजरो के पास एक बुजुर्ग महिला पूर्वी नयार नदी में बह गई। एसडीआरएफ ने महिला का शव बरामद कर लिया है। मृतक बुजुर्ग महिला की पहचान दिक्का देवी उम्र-83 पत्नी गोविन्द निवासी रिखाड़, बैजरो जिला पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई है।
उत्तरकाशी में दो श्रमिक बहे, एक का शव बरामद
उत्तरकाशी हर्षिल बगोरी से जसपुर पुराली आ रहे नेपाल मूल के दो श्रमिक स्यां गाड़ के उफान की चपेट में आ गए। जो बहकर भागीरथी नदी की तेज धारा में बह गए। इनमें एक श्रमिक का शव झाला के पास से बरामद किया गया है। जबकि दूसरे श्रमिक की तलाश की जा रही है। यह श्रमिक सेब के बगीचों में काम करते थे।
उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 41 घंटे बाद खुला
उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार की सुबह करीब 41 घंटे बाद यातायात के लिए खोल दिया गया। गंगोत्री की ओर फंसे तीर्थ यात्रियों की वाहनों को निकाला गया। लेकिन भूस्खलन का खतरा अभी भी बरकरार है।उक्त मार्ग केवल छोटे वाहनों के लिए सुचारु किया गया है। मौके पर पुलिस, एसडीआरएफ, राजस्व, क्यूआरटी, बीआरओ के अधिकारी, कर्मचारी तैनात हैं।
बता दें कि यहां पर हेल्गू गाड़ व सुनगर के बीच भारी भूस्खलन के कारण बुधवार शाम को भी राजमार्ग बाधित हुआ था। सुनगर से लेकर गंगोत्री धाम के बीच बुधवार से तीन हजार तीर्थ यात्री फंसे हुए थे। तीर्थयात्रियों के खाने, रहने सहित बच्चों के लिए दूध आदि की समस्या से जूझना पड़ रहा था।
चारधाम यात्रा मार्ग पर भी भूस्खलन के कारण बार-बार आवाजाही बाधित हो रही है। जिससे हजारों श्रद्धालु जगह-जगह फंसे हुए हैं। गुरुवार को केदारनाथ समेत आसपास की चोटियों में हिमपात से घाटी का तापमान गिर गया है।
टिहरी में भारी बारिश से मकान ध्वस्त, एक की मौत
गुरुवार को टिहरी के ग्राम पंचायत कुमराडा में भारी वर्षा के कारण एक मकान ध्वस्त हो गया, जिसके मलबे में दबकर एक वृद्धा की मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। पिथौरागढ़ में 16 दिन बाद खुला कैलास मानसरोवर (तवाघाट-लिपुलेख) मार्ग गुरुवार सुबह मलबा आने से फिर बंद हो गया है।
कुमाऊं में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। मानसून की विदाई से पहले वर्षा उत्तराखंड में आफत बनकर बरस रही है। बुधवार शाम को शुरू हुई मूसलधार वर्षा गुरुवार सुबह तक जारी रही। कई क्षेत्रों में करीब 16 घंटे लगातार हुई वर्षा से जन-जीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया।
उत्तरकाशी जनपद के नौगांव ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल कंडाऊ की छत का प्लास्टर वर्षा के दौरान गिर गया। जिस समय यह घटना हुई, उस समय बच्चे प्रार्थना सभा में थे।
छत का हिस्सा गिरने की आवाज सुनकर शिक्षक और छात्र डरे हुए हैं। रुद्रप्रयाग जनपद में गौरीकुंड हाईवे 17 घंटे बाद आवाजाही के लिए खुला। हाईवे बंद होने से करीब पांच हजार यात्री हाईवे के दोनों ओर फंसे रहे।