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Uttarakhand Weather : दो दिन थमने के बाद 18 और 19 अगस्त से रफ्तार पकड़ेगा मानसून, अधिकांश जगहों पर बरसेंगे मेघ

Uttarakhand Weather मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन कहीं भी भारी बारिश का अनुमान नहीं है। आगामी 18 और 19 अगस्त दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने की संभावना है। मंगलवार को देहरादून में सुबह से चटख धूप खिली है।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2022 08:28 AM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2022 08:33 AM (IST)
Uttarakhand Weather : 18 और 19 अगस्त दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने की संभावना

टीम जागरण, देहरादून : Uttarakhand Weather : 16 और 17 अगस्‍त को बारिश को दौर बेहद हल्‍का रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन कहीं भी भारी बारिश का अनुमान नहीं है।

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18 और 19 अगस्त दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने की संभावना है। जिससे राज्‍य में कहीं-कहीं हल्‍की बारिश होने की संभावना है।

आने वाले दिनों में बारिश की संभावना

मंगलवार को देहरादून में सुबह से चटख धूप खिली है। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश की संभावना जताई है।

दोनों दिन अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार

उत्‍तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आगामी 18 और 19 अगस्त दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने की संभावना है। जिसकी वजह से दोनों दिन अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

ओवरआल सामान्य से 10 प्रतिशत कम हुई बारिश

वहीं अभी तक उत्तराखंड में ओवरआल सामान्य से 10 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कम वर्षा होने ने पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम आधारित खेती पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।

आपदा से टूटी पेयजल लाइन, बूंद बूंद को तरसे माख्टी पोखरी के लोग

हाल में हुई मूसलधार वर्षा के कारण पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से चकराता के माख्टी पोखरी में लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। गांव के 80 परिवारों के 400 लोग एक हैंडपंप के सहारे हैं। जिस पर ग्रामीणों की पानी भरने को लाइन लगी रहती है।

वर्तमान में इस कस्बे की जल आपूर्ति दो पाइप लाइन से होती है। जल निगम की चुरानी सवाई खड्ढ पाइपलाइन व दूसरी सिजला पाइपलाइन से आपूर्ति होती थी, लेकिन विगत कई दिनों से सिजला खड्ढ पाइपलाइन में जल आपूर्ति ठप है।

आपदा से पाइप लाइन टूटने से सवाई पाइपलाइन भी क्षतिगस्त हो गई है। चुरानी पाइपलाइन का पुनर्निर्माण दो माह पहले ही हुआ था, लेकिन निर्माण के कुछ दिन बाद ही पानी संग्रहण के लिए बने चैंबर घटिया गुणवत्ता के कारण क्षतिगस्त हो गए थे और बाकी पाइपलाइन बारिश के कारण खराब हो गई है। जिससे अब माख्टी पोखरी में पेयजल संकट बना हुआ है।

ग्रामीण दिनेश दास, शुभम राणा, प्रीतम चौहान, रिषभ तोमर, सुभाष राणा आदि का कहना है कि प्रशासन को चैंबर निर्माण कार्य की जांच करनी चाहिए। साथ ही पेयजल समस्या दूर करने के लिए मरम्मत कार्य कराया जाना चाहिए।


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