रोडवेज को उसके ही कर्मचारी लगा रहे चपत, बागेश्वर जा रही रोडवेज बस में दो यात्री बेटिकट
सवा पांच सौ करोड़ के घाटे में चल रहे रोडवेज को उसके ही कर्मचारी चपत लगाने से बाज नहीं आ रहे। रोडवेज में बेटिकट यात्रा करने के मामले में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही। अब ताजा मामला दून पर्वतीय डिपो की बस का है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। सवा पांच सौ करोड़ के घाटे में चल रहे रोडवेज को उसके ही कर्मचारी चपत लगाने से बाज नहीं आ रहे। रोडवेज में बेटिकट यात्रा करने के मामले में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही। अब ताजा मामला दून पर्वतीय डिपो की बस का है। बागेश्वर जा रही इस बस में दो यात्रियों को बेटिकट पकड़ा गया। यात्रियों ने किराया परिचालक को दिया हुआ था, लेकिन मशीन में खराबी की बात कहते हुए परिचालक ने उन्हें टिकट नहीं दिया। चेकिंग टीम ने रिपोर्ट रोडवेज मुख्यालय और मंडलीय प्रबंधक को भेज दी है। परिचालक को सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी चल रही।
रोडवेज मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को देहरादून से बागेश्वर जा रही पर्वतीय डिपो की एक साधारण बस (यूके07पीए-4202) को मुख्यालय से गई प्रवर्तन टीम ने बीच मार्ग पर रोककर चेकिंग की। बस में दो यात्री बेटिकट मिले। उन्होंने चेकिंग टीम को बताया कि उन्होंने किराये के 90-90 रुपये परिचालक को दिए हुए थे, लेकिन परिचालक ने टिकट नहीं दिया। टीम ने परिचालक के खिलाफ बेटिकट की रिपोर्ट दर्ज कर मुख्यालय को भेज दी। मुख्यालय के मुताबिक बस पर संविदा चालक जयदेव सिंह नेगी व विशेष श्रेणी परिचालक सुमित शर्मा तैनात थे।
दोनों को फिलहाल बस की ड्यूटी से हटा दिया गया है। चूंकि, बेटिकट प्रकरण 150 रुपये से अधिक है और नियम के अनुसार विशेष श्रेणी परिचालक बर्खास्त किया जाता है, ऐसे में परिचालक को सेवा से हटाने की तैयारी चल रही। मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यह परिचालक पहले भी बेटिकट मामले में पकड़ा गया था और उस दौरान चेकिंग टीम से मशीन छीन ली थी। तब उसकी 500 रुपये की बेटिकट रिपोर्ट दर्ज की गई थी। चूंकि, अब परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने भ्रष्ट कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश दिए हुए हैं, ऐसे में इस बार अधिकारी उसे राहत देने के मूड में नहीं हैं।
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