उत्तराखंड : जेईई-मेन का प्रथम सत्र आज से हुआ शुरू, दून में तीन केंद्र
एनटीए की ओर से जेईई-मेन का सत्र-1 आज से शुरू हो गया है। यह परीक्षाएं 29 जून तक चलेंगी। पहले दिन बी-आर्किटेक्चर के लिए दो शिफ्ट में परीक्षा हुई। 24 जून से 29 जून तक बीटेक व बीई पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा होगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई)-मेन का सत्र-1 आज से शुरू हो गया है। यह परीक्षाएं 29 जून तक चलेंगी। पहले दिन बी-आर्किटेक्चर के लिए दो शिफ्ट में परीक्षा हुई। इसके बाद 24 जून से 29 जून तक बीटेक व बीई पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। दून में परीक्षा के लिए तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए। जेबीआइटी, शिवालिक कालेज आफ इंजीनियरिंग व ईओन आइटी सर्विसेज कुआंवाला में परीक्षा होगी। परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों की एंट्री दो घंटे पहले शुरू कर दी गई।
अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्रा के अनुसार अभ्यर्थी को प्रवेश पत्र पर दिए गए रिपोर्टिंग टाइम पर रिपोर्ट करना है। परीक्षा शुरू होने से आधा घंटे पहले प्रवेश बंद कर दिए जाएंगे।
विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र में दिए गए बार कोड रीडर के माध्यम से लैब आवंटित की जाएगी। उन्हें थ्री-लेयर मास्क भी दिया जाएगा। प्रवेश पत्र में सेल्फ डिक्लेरेशन प्रारूप में अभ्यर्थी को बायें हाथ के अंगूठा का निशान व स्वयं की फोटो लगाकर ले जाना होगा।
इस प्रारूप में स्वयं के हस्ताक्षर, परीक्षा केंद्र में परीक्षक के सामने ही करने होंगे। अपने साथ आधार कार्ड या कोई आइडी प्रूफ सेल्फ डिक्लेरेशन भरा हुआ प्रवेश पत्र, पारदर्शी पेन, स्वयं का फोटो, सैनिटाइजर व पानी की पारदर्शी बोतल साथ में लानी होंगी।
कोई भी इलेक्ट्रोनिक गैजेट साथ लाने की अनुमति नहीं होगी। मोटे सोल के जूते व बड़े बटन वाले वस्त्रों की भी अनुमति नहीं होगी। विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर रफ कार्य के लिए छह रफ शीट उपलब्ध करवाई जाएगी।
दिव्यांग छात्रों को परीक्षा के लिए एक घंटे अतिरिक्त दिया जाएगा। साथ ही इन्हे स्क्राइब एंटीए की ओर से दिया जाएगा। बता दें, जेईई-मेन जून और जुलाई में दो चरण में आयोजित होने वाली है।
जेईई मेन के आधार पर एनआइटी, ट्रिपल आइटी, जीएफआइटी में प्रवेश मिलता है। वहीं, इसी की रैंक के आधार पर छात्र जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई करते हैं। जेईई एडवांस की रैंक के आधार पर आइआइटी में दाखिला मिलता है।