Uttarakhand Politics : बीजेपी के वरिष्ठ नेता केदार सिंह फोनिया का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
Uttarakhand Politics बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं उत्तरप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे केदार सिंह फोनिया का निधन हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी संगठन एवं राज्य के विकास में उनका योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा।
टीम जागरण, देहरादून : Uttarakhand Politics : बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं उत्तरप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे केदार सिंह फोनिया का निधन हो गया है। वह 92 वर्ष के थे। नेहरू कालोनी निवासी फोनिया पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे 92 वर्ष के फोनिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता फोनिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे राज्य की अपूरणीय क्षति बताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इंटरनेट मीडिया पर उन्होंने पोस्ट के जरिए संवेदनाएं व्यक्त की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी फोनिया के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने व्यक्त किया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार सिंह फोनिया के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिवार को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति।
विस अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने कहा योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा
वहीं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति, शोकाकुल परिवार तथा समर्थकों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा है कि पार्टी संगठन एवं राज्य के विकास में केदार सिंह फोनिया का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। वे एक समर्पित जन नेता के तौर पर सदैव याद किए जायेंगे।
1992 में यूपी सरकार में पर्यटन मंत्री थे केदार सिंह फोनिया
केदार सिंह फोनिया वर्ष 1992 में यूपी सरकार में पर्यटन मंत्री थे। इस दौरान पहली बार यूपी सरकार ने राममंदिर के लिए 2.77 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी। तब उस फाइल पर बतौर पर्यटन मंत्री फोनिया ने ही हस्ताक्षर किए थे।