Uttarakhand News: भाजपा नेता ने फांसी लगाकर कर दे दी जान, कमरे से मिला दो पेज का लेटर
Uttarakhand News भाजपा नेता व गन्ना समिति के निदेशक आनंद कुमार खड़का ने अपने निवास पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उनके घर से दो पेज का पत्र मिला है जिसे पुलिस ने सील कर दिया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand News: भाजपा नेता व गन्ना समिति के निदेशक आनंद कुमार खड़का ने अपने निवास पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है।
उनके घर से दो पेज का पत्र मिला है जिसे पुलिस ने सील कर दिया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पत्र 17 मार्च को लिखा था। लिखावट समझ में न आने के कारण स्पष्ट पता नहीं लग पा रहा है। पुलिस को अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है।
शव को स्वजनों की सहायता से नीचे उतारा गया
एसएसआइ रायपुर नवीन जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह कंट्रोल रूप से रायपुर को सूचना मिली की एक व्यक्ति ने अपर नेहरू ग्राम में फांसी लगा ली है।
एसआइ रमन कुमार पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे। व्यक्ति ने घर के पार्किंग शेड में लगे लोहे के एंगल से नायलान की रस्सी से फांसी लगा रखी थी। शव को स्वजनों की सहायता से नीचे उतारा गया।
मृतक के कमरे के बेड से पत्र एवं दो कीटनाशक की खाली बोतलें मिली, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। मृतक की पहचान आनंद कुमार खड़का निवासी नेहरू ग्राम थाना रायपुर के रूप में हुई है।
जांच अधिकारी रमन कुमा ने बताया कि मृतक रायपुर में राशन की दुकान भी चलाता था। खुदकुशी के स्पष्ट कारणों का अब तक पता नहीं लग पाया है।
ट्रेन से कटकर सेना के जवान की मौत
बद्रीपुर रेलवे फाटक से माजरी रेलवे फाटक के बीच ट्रेन की चपेट में आने से सेना के जवान की मौत हो गई। मृतक की पहचान महेंद्र कुमार उम्र 23 वर्ष निवासी गांव बरवाड़ा थाना सामोद जिला जयपुर राजस्थान के रूप में हुई है।
थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि दोपहर को सूचना मिली थी कि बद्रीपुर रेलवे फाटक से माजरी रेलवे फाटक के बीच एक व्यक्ति ने ट्रेन से टकराकर आत्महत्या कर ली है। सूचना पर चौकी जोगीवाला से पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
मृतक के पास से एक मोबाइल फोन मिला इसके अलावा अन्य कोई आईडी नहीं थी। पूछताछ से पता चला है कि महेंद्र कुमार क्लेमेनटाउन आर्मी में नौकरी करता था। उसको लेकर उसके स्वजन गुरुवार को राजस्थान से देहरादून ट्रेन के माध्यम से पहुंचे।
इसके बाद वह विक्रम से आइएसबीटी पहुंचे। महेंद्र आइएसबीटी के पास आटो लाने के बहाने से भाग गया और ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली।