Uttarakhand: चारधाम मार्ग पर स्वास्थ्य सेवा के सुदृढ़ीकरण को केंद्र से मांगे 500 करोड़, मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यमुना काॅलोनी स्थित शासकीय आवास में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रत्येक वर्ष देश-विदेश से लाखों यात्री चारधाम यात्रा पर आते हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो: प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को केंद्र सरकार से 500 करोड़ रुपये स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। इसके लिए डीपीआर को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस धनराशि से चारधाम यात्रा मार्ग की पांच चिकित्सा इकाइयों का उच्चीकरण, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब, कार्डियक यूनिट, ट्रामा सेंटर व मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर की स्थापना की जाएगी।
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यमुना काॅलोनी स्थित शासकीय आवास में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रत्येक वर्ष देश-विदेश से लाखों यात्री चारधाम यात्रा पर आते हैं। इन स्थानों पर सीमित स्वास्थ्य सुविधा होने के कारण यात्रियों को पूरा चिकित्सकीय लाभ नहीं मिल पाता है। इसे देखते हुए बीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हुई बैठक में चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तारीकरण के लिए पृथक पैकेज की मांग रखी गई।
इसकी विस्तृत कार्य योजना केंद्र सरकार को भेजी जा रही है। इसमें 500 करोड़ रुपये की मांग की गई है। इसमें जोशीमठ, गुप्तकाशी, भटवाड़ी, पुरोला व बड़कोट की चिकित्सा इकाइयों के उच्चीकरण के लिए 150 करोड़, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं के उच्चीकरण को 27 करोड़, विभिन्न स्थानों पर ट्रांजिट हास्टल एवं स्वास्थ्य कुटीर स्थापना के लिए 37 करोड़, मानव संसाधन के वेतन भत्तों एवं प्रोत्साहन राशि के लिए 270 करोड़, कार्डियक मोबाइल वैन व एंबुलेंस के लिए 1.5 करोड़, जागरूकता एवं चिकित्सा कर्मियों के प्रशिक्षण को दो करोड़ रुपये तथा विभिन्न मेडिकल उपकरणों के लिए 6.5 करोड़ रुपये की मांग शामिल है।
उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर देश के अन्य राज्यों से मेडिकल कॉलेज के पीजी छात्रों को यात्रा काल के लिए चारधाम यात्रा में तैनात करने की मांग केंद्र सरकार से की जाएगी, ताकि उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, डाॅ. सुजाता समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।