भाजपा से निष्कासित होने के बाद जानिए क्या बोले हरक सिंह रावत, इस बात से भी हैं काफी नाराज
Uttarakhand Election 2022 हरक सिंह ने कहा पार्टी ने इतना बड़ा फैसला लेने से पहले एक बार भी उनसे बात तक नहीं की। उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर मैं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल न हुआ होता तो चार साल पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे चुका होता।
एएनआइ/ राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Election 2022 भाजपा ने हरक सिंह रावत को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। इसको लेकर हरक सिंह रावत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इतना बड़ा फैसला लेने से पहले एक बार भी उनसे बात तक नहीं की। उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर मैं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल न हुआ होता तो चार साल पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे चुका होता।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड की सियासत में हलचल मची हुई है। भाजपा ने जहां हरक सिंह रावत को छह साल के लिए पार्टी से बर्खास्त कर दिया है तो वहीं अब हरक सिंह रावत की भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने पार्टी के इस फैसले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि ये फैसला लेने से पहले मुझसे बात तक नहीं की गई है। उन्होंने ये भी कहा कि मुझे मंत्री बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। मैं सिर्फ काम करना चाहता हूं।
दरअसल, रविवार को दावेदारों के पैनल के सिलसिले में दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की बैठक हुई। इसमें हरक सिंह रावत को पार्टी से निकालने का फैसला लिया गया। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इसकी पुष्टि की थी। बताया जा रहा कि हरक परिवार के लिए तीन टिकट मांग रहे थे, जिसे केंद्रीय नेतृत्व ने खारिज कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना बेहतर समझा। हरक रविवार को ही विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ दिल्ली पहुंचे थे। हरक का कहना था कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
कई बार भाजपा को असहज कर चुके हैं हरक सिंह
ये पहली बार नहीं था जब हरक सिंह रावत की वजह से पार्टी असहज हुई थी। इससे पहले भी रावत समय-समय को भाजपा असहज करते नजर आए हैं। अब जब विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है तो नाराज बताए जा रहे हरक ने पार्टी के सामने अपनी सीट बदलने के साथ ही पुत्रवधू के लिए लैंसडौन से टिकट समेत तीन टिकटों की मांग रख दी। हाल में उन्होंने केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी से बंद कमरे में बातचीत की थी। तब पार्टी की ओर से साफ कर दिया गया था एक परिवार को एक ही टिकट दिया जाएगा।
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