Uttarakhand Crime News: साइबर ठगों का दुस्साहस, डीएम के नाम से एसडीएम और तहसीलदार को भेजे संदेश
Uttarakhand Crime News साइबर ठगों का दुस्साहस बढ़ गया है। वह डीएम और एसएसपी को भी नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है कि जिसमें साइबर ठगों ने देहरादून के डीएम के नाम से एसडीएम और तहसीलदार को संदेश भेजे है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वह जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के नाम से भी ठगी करने का प्रयास करने लगे हैं।
साइबर ठगों ने देहरादून के जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूड़ी का फोटो लगाकर वाट्सएप से अधिकारियों को मैसेज भेज दिए। ताकि झांसे में लेकर रकम ऐंठी जा सके। हालांकि, अधिकारियों की सतर्कता के चलते मामला पकड़ में आ गया और संबंधित नंबर ब्लाक करा दिए गए।
जिला सूचना कार्यालय के अनुसार, जिलाधिकारी का फोटो लगे वाट्सएप नंबर से विकासनगर के उपजिलाधिकारी व तहसीलदार सदर को मैसेज भेजे गए। इससे पहले की साइबर ठग अधिकारियों को झांसे में ले पाते, उपजिलाधिकारी को संदेह हो गया।
उन्होंने इसकी जानकारी तत्काल जिलाधिकारी को दी। जिलाधिकारी डा आर राजेश कुमार ने बताया कि संबंधित नंबर की सूचना पुलिस को दी गई है। अब तक की जांच में पता चला है कि यह नंबर राजस्थान के बाड़मेर जिले से आपरेट किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
पुलिस थाने या साइबर सेल के नंबर 1930 पर दें सूचना
साथ ही जनता से अपील की गई है कि वह उनके फोटो लगे वाट्सएप नंबर से आने वाले मैसेज पर किसी तरह की प्रतिक्रिया न दें। साथ ही संदेश प्राप्त होने पर उसकी सूचना संबंधित पुलिस थाने या साइबर सेल के नंबर 1930 पर दें। इसी तरह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के फोटो लगे वाट्सएप नंबर से भी मैसेज भेजे जाने की बात सामने आई है। इस नंबर को भी ब्लाक करा दिया गया है।
बाड़मेर के एसएसपी को दी जा रही जानकारी
जिलाधिकारी ने बताया कि संबंधित वाट्सएप नंबर की जानकारी बाड़मेर जिले के एसएसपी को भेजी जा रही है। ताकि मैसेज भेजने वाले व्यक्तियों की पहचान की जा सके। इस मामले में पुलिस को विधिक कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।