Uttarakhand Coronavirus News: उत्तराखंड में आज मिले कोरोना के 50 नए मामले, 36 संक्रमित हुए स्वस्थ
Uttarakhand Coronavirus News उत्तराखंड में कोरेाना संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है। आज बुधवार को राज्य में 50 नए कोरोना सक्रिय मामले मिले। वहीं 36 संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण 3.62 प्रतिशत रही।
जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रदेश में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 50 नए मामले मिले हैं। जबकि 36 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। वहीं, कोरोना संक्रमण दर 3.62 प्रतिशत रही है।
प्रदेश में फिलवक्त कोरोना के 328 सक्रिय मामले हैं। देहरादून में सबसे अधिक 204, नैनीताल में 43 व हरिद्वार में 40 सक्रिय मामले हैं। अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ व रुद्रप्रयाग में कोरोना का कोई सक्रिय मामला नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार निजी व सरकारी लैब से 1380 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 1330 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आइ है। देहरादून में सबसे अधिक 33 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
इसके अलावा नैनीताल में सात, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार व चमोली में दो-दो और बागेश्वर व उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व टिहरी गढ़वाल में कोरोना संक्रमण का नया मामला नहीं मिला है।
इधर, विभिन्न जिलों से 1330 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए हैं। बता दें, इस साल प्रदेश में कोरोना के 93884 मामले आए हैं। इनमें से 89946 (95.81 प्रतिशत) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना संक्रमण से इस साल 278 मरीजों की मौत भी हुई है।
देहरादून : निर्मल बस्ती में लगाया स्वास्थ्य जांच शिविर
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय की ओर से निर्मल बस्ती में स्वच्छता जागरूकता व स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। बुधवार को विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. राधाबल्लभ सती के निर्देशन में एसोसिएट प्रो. डा. नवीन जोशी, डा. राजीव कुरेले, डा. डीसी पांडे, डा. श्वेता जैन, हर्षवर्धन, फार्मासिस्ट प्रभारी विवेक तिवारी ने शिविर में बस्ती वासियों के स्वास्थ्य की जांच कर स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
इस दौरान डा. नवीन जोशी ने कहा कि इस समय वर्षा का मौसम है, जिसमें विभिन्न प्रकार की बीमारियां मलेरिया, डेंगू, डायरिया, बुखार आदि की शिकायत ज्यादा रहती है। इसका मुख्य कारण स्वच्छता का अभाव है। कहा कि हमें अपने घर के आस-पास मच्छर-मक्खी आदि को नहीं पनपने देना है, ताकि बीमारी से बचा जा सके।