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उत्‍तराखंड: सीएम आवास कूच में उपनल कर्मियों का हंगामा

देहरादून में उपनल कर्मचारियों ने विभागीय संविदा की मांग को लेकर देहरादून स्थित सीएम आवास कूच किया। इस दौरान उनकी पुलिस से भी झड़प हुई।

By Gaurav KalaEdited By: Published: Sat, 03 Dec 2016 09:17 PM (IST)Updated: Sun, 04 Dec 2016 07:00 AM (IST)
उत्‍तराखंड: सीएम आवास कूच में उपनल कर्मियों का हंगामा

देहरादून, [जेएनएन]: विभागीय संविदा पर नियुक्ति की मांग को लेकर उपनल कर्मचारियों का उत्तराखंड सीएम आवास कूच हंगामेदार रहा। कई बार पुलिस और कर्मचारियों में झड़प हुई, जिसमें कई चोटिल भी हुए। महिला कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों में हाथापाई की नौबत भी आई। सीएम आवास जाने की जिद पर अड़े कर्मचारियों को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार किया और पुलिस लाइन ले गई। इसके बाद गिरफ्तार 60 कर्मचारियों को सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया।
देहरादून के परेड मैदान स्थित धरना स्थल से उपनल कर्मचारियों का कूच शुरू हुआ। पुलिस ने उन्हें कनक चौक से पहले रोका तो कर्मचारी नाले को फांदकर परेड मैदान से होते हुए कनक चौक पर बैठ गए। आधे कर्मचारी सुभाष रोड पर जा पहुंचे। ऐसे में पुलिस के हाथपांव फूल गए।
पुलिस ने उच्चाधिकारियों से बातचीत करने के बाद निर्णय लिया कि कर्मचारियों को सचिवालय के पास तक आने दिया जाए। लेकिन, सुभाष रोड से कर्मचारी राजपुर रोड की तरफ मूड गए। पुलिस ने रोका तो वहीं धरने पर बैठ गए और यहीं से उनकी गिरफ्तारी हुई।

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इससे पहले उपनल महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भावेश जगूड़ी ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जुलाई में नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन हुआ था। तब सरकार ने विभागीय संविदा का भरोसा दिया था, जिस पर आंदोलन खत्म किया था। लेकिन, अब विभागीय संविदा की जगह अधिमान देने की बात की जा रही है। इससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। सरकार का यही रवैया रहा तो आगामी चुनाव में मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

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गिरफ्तारी के बाद वाहन से कूदे कर्मचारी
पुलिस ने करीब पांच वाहनों में उपनल कर्मियों को गिरफ्तार किया। एक वाहन में इतने कर्मचारी भर दिए कि पुलिसकर्मियों के लिए जगह नहीं बची। जैसे ही वाहन एस्लेहॉल लाल बत्ती पर रुका तो सभी कर्मचारी उसमें से कूद गए और नारेबाजी करते हुए कनक चौक पहुंचे। फिर दोबारा इन्हें गिरफ्तार किया गया।

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जोश में लगा दिए जिंदाबाद के नारे
उपनल कर्मचारी कूच के दौरान मुख्यमंत्री के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। जोश-जोश में एक वक्त ऐसा भी आया कि हरीश रावत जिंदाबाद के नारे काफी देर तक लगते रहे। जब कर्मचारियों का ध्यान गया तो सभी चुप हो गए। इसके बाद फिर विरोध में नारेबाजी शुरू हो गई।

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पुलिस पर मारपीट और अभद्रता का आरोप
उपनल कर्मचारियों ने पुलिस पर मारपीट और अभद्रता करने का आरोप लगाया है। उपनल महासंघ के विद्यासागर धस्माना ने बताया कि कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। सीएम आवास कूच करने वालों को हाथीबड़कला बैरियर पर रोका जाता है, लेकिन उन्हें कनक चौक पर रोका गया। अपराधियों की तरह बर्ताव किया और घसीटकर गाड़ियों में डाला गया।

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