बाली से उत्तराखंड का होगा ट्विन सिटी करार
प्रदेश सरकार इंडोनेशिया के बाली प्रांत से ट्विन सिटी करार करने की तैयारी कर रही है। बाली से उत्तराखंड आने वाले और उत्तराखंड से बाली जाने वालों को छूट दिया जाना प्रस्तावित है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश सरकार इंडोनेशिया के बाली प्रांत से ट्विन सिटी करार करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत पर्यटन के लिए बाली से उत्तराखंड आने वाले और उत्तराखंड से बाली जाने वालों को विशेष छूट दिया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए इसी माह के अंत तक करार होना प्रस्तावित है। सरकार की मंशा इसी तरह का करार इंग्लैंड के लीवरपूल शहर व तीर्थनगरी ऋषिकेश के बीच करने की है। इससे पहले सरकार मॉरिशस वासियों को चारधाम व अन्य यात्राओं पर पर्यटन विभाग के पर्यटक आवास गृह व वाहनों के उपयोग के लिए विशेष छूट देने का प्रावधान कर चुकी है।
शनिवार को पर्यटन निदेशालय में पत्रकारों से बातचीत में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बाली और उत्तराखंड के बीच समझौते के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 22 से 25 अप्रैल के बीच बाली के गवर्नर उत्तराखंड आएंगे। इस दौरान समझौते की अंतिम रूपरेखा के बाद हस्ताक्षर किए जाएंगे। पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार की मंशा लीवरपूल व ऋषिकेश के साथ भी इसी तरह का करार करने की है। इसके अंतर्गत दोनों शहरों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान प्रदान किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि मॉरिशस के लोगों को उत्तराखंड में चारधाम यात्रा व पर्यटन गतिविधियों के लिए सरकार ने छूट भी प्रदान की है। इस दौरान मॉरिशस के ओवरसीज फ्रैंड्स ऑफ बीजेपी संगठन की वाइस प्रेसीडेंट निवेदिता नाथू ने सरकार की ओर से मॉरिशस वासियों को इस प्रकार की छूट देने के निर्णय पर आभार जताया। उन्होंने कहा कि मॉरिशस के गिरमिटिया समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित हैं। उन्होंने मॉरिशस वासियों को भारत में यात्रा करने के लिए कुछ छूट देने का अनुरोध किया था। उत्तराखंड सरकार ने देवभूमि में मॉरिशस के हिंदुओं के लिए द्वार खोले हैं। इससे अब अधिक से अधिक संख्या में मॉरिशस से लोग यहां यात्रा करने आ सकेंगे। इस दौरान सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर भी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें: नए लुक में दिखेगा केदारनाथ मंदिर, शुरू हुआ पत्थर बिछाने का काम
यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने को डीएम डाला केदारनाथ में डेरा
यह भी पढ़ें: पुनर्निर्माण कार्य जांचने पांचवीं बार केदारनाथ पहुंचे सीएस