विधानसभा में दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना और चार पूर्व विधायकों को सदन में दी गई श्रद्धांजलि
विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के अलावा पूर्व विधायक केसी पुनेठा सुंदरलाल मंद्रवाल अनुसूया प्रसाद मैखुरी व तेजपाल सिंह पंवार को सदन ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के अलावा पूर्व विधायक केसी पुनेठा, सुंदरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी व तेजपाल सिंह पंवार को सदन ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर उल्लेख करते हुए कहा गया कि इन सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों के विकास के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया।
कोरोना संक्रमण के चलते आइसोलेशन में रह रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्चअली सदन की कार्यवाही से जुड़े। दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीना कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। उनके असमय निधन से सभी अत्यंत दुखी हैं। पूर्व विधायक स्वर्गीय केसी पुनेठा को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनेठा बेहद जुझारू और सहनशील व्यक्तित्व के धनी थे। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अत्यंत विनम्र और सज्जन व्यक्ति थे।
वर्ष 2002-03 के एक आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान उन्हें गंभीर चोट लगी तो मैखुरी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा था। पूर्व विधायक सुंदरलाल मंद्रवाल को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व के धनी मंद्रवाल सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उन्होंने पूर्व विधायक तेजपाल सिंह पंवार को भी याद किया और कहा कि पंवार हमेशा सीधी और सपाट बात करते थे।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विधायक जीना सभी के चहेते थे। जिस प्रकार उनकी सदन में उपस्थिति रहती थी, उसकी कमी हमेशा खलेगी। जीना हमेशा सौम्य व्यवहार प्रदर्शित करते थे। उन्होंने कहा, ‘मैं जीना को कई बार कहता था, चुप हो जाओ। दुर्भाग्य से जीना हमेशा के लिए चुप हो गए।’ विस अध्यक्ष ने इस वर्ष दिवंगत चार पूर्व विधायकों को भी श्रद्धांजलि दी और कहा कि सभी ने अपने -अपने क्षेत्र के विकास के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया। संसदीय कार्य मंत्री का जिम्मा देख रहे कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि जीना के साथ ही अन्य पूर्व विधायकों के निधन से जो रिक्तता आई है, उसकी भरपाई असंभव है। नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश ने कहा कि विधायक जीना एक होनहार नेता थे।
उन्होंने पूर्व विधायक सुंदरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी, केसी पुनेठा व तेजपाल सिंह पंवार के व्यक्तित्व-कृतित्व पर भी रोशनी डाली और उन्हें श्रद्धांजलि दी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि विधायक जीना बेहद मृदुभाषी और अपने क्षेत्र के विकास को समर्पित नेता थे। उन्होंने अन्य पूर्व विधायकों को भी याद किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक प्रीतम सिंह ने जीना समेत दिवंगत पूर्व विधायकों को याद किया। कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि विधायक जीना हमेशा याद किए जाएंगे। सदन में उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी, कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय, सतपाल महाराज, डॉ.हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल व यशपाल आर्य, उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा, विधायक हरबंस कपूर, पूरण सिंह फत्र्याल, गणोश जोशी, केदार सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल, विनोद कंडारी, चंदन रामदास, मनोज रावत, सुरेंद्र सिंह नेगी, दिलीप रावत, खजानदास, नवीन दुम्का, ऋतु खंडूड़ी, कैलाश गहतौड़ी, ममता राकेश, राजकुमार, राम सिंह कैड़ा, प्रीतम सिंह पंवार आदि ने भी विधायक जीना और चार पूर्व विधायकों को याद किया।
जीना के बच्चों की हो मदद
सदस्यों ने दिवंगत विधायक जीना के बच्चों की मदद किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीना के दोनों पुत्रों ने माता-पिता को खो दिया है। ऐसे में उन्हें सबंल देने के साथ ही उनकी हरसंभव मदद की जानी चाहिए।
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