सुबह से शाम तक चकरघिन्नी बना रहा शहर
नगर कीर्तन और नए साल के जश्न के चलते शाम से ही लोगों की भीड़ उमड़ने से शहर सुबह से शाम तक जाम में फंसकर चकरघिन्नी बना रहा।
जागरण संवाददाता, देहरादून: नगर कीर्तन और नए साल के जश्न के चलते शाम से ही लोगों की भीड़ उमड़ने से शहर सुबह से शाम तक जाम में फंसकर चकरघिन्नी बना रहा। इस दौरान पुलिस ने तमाम स्थानों पर रूट डायवर्ट कर स्थिति संभालने की कोशिश की तो गलियों और संपर्क मार्गो तक को जाम ने अपनी जद में ले लिया। हालात यह हो गए कि इस दौरान चंद किलोमीटर कर सफर तय करने में दो से ढाई घंटे का वक्त लग गया। आफिसों में लोग एक से दो घंटे देरी से पहुंचे। वहीं शाम के वक्त जाम में फंसने की वजह से कइयों की पार्टी का मजा किरकिरा हो गया।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू होने के बाद से ही शहर आए दिन जाम में पिस रहा है। कभी सीएए के समर्थन में रैली तो कभी विरोध में धरना-प्रदर्शन। यह रोज की बात हो गई है। यह स्थिति तब है, जब प्रशासन और पुलिस की ओर से कई कार्यक्रमों को अनुमति ही नहीं दी गई। वहीं, मंगलवार को शहर में नगर कीर्तन निकलना था। अनुमति के मुताबिक इसे सुबह साढ़े पांच बजे निकलना था, लेकिन यात्रा करीब दो घंटे विलंब से शुरू हुई। तब सुबह के साढ़े सात बज चुके थे। यात्रा निकली तो निरंजनपुर मंडी चौक, बल्लीवाला, हरिद्वार रोड समेत कई हिस्सों में ट्रैफिक डायवर्ट किया जाने लगा। इस दौरान आफिसों और निजी काम से निकले लोगों ने गलियों और वैकल्पिक मार्गो का सहारा लेना शुरू किया तो स्थिति और भयावह हो गई। शार्ट कट लेकर जल्दी पहुंचने के बजाय लोग डेढ़ से दो घंटे तक जाम में फंसे रहे। दोपहर करीब दो बजे नगर कीर्तन संपन्न हुआ तो नए साल का जश्न मनाने वालों की आमदरफ्त शुरू हो गई। देर शाम शहर एक बार फिर जाम में फंसा तो देर रात तक वाहन रेंग कर चलते रहे। बेतरतीब खड़े वाहनों ने दोगुनी की मुसीबत
जाम के लिए लोगों की मनमानी भी बड़ा कारण रही। शहर में दोपहर से लेकर शाम तक सहारनपुर रोड, चकराता रोड, राजपुर रोड पर सड़कों पर बेतरतीब खड़े वाहनों की वजह से वाहनों की रफ्तार थमी तो उसने जाम का रूप ले लिया। पुलिस ने इस दौरान कइयों का चस्पा चालान भी किया, लेकिन फिर लोगों की मनमानी बदस्तूर जारी रही।