जाम न खुलवाने पर होमगार्डो को सुनाई खरी-खरी
साहिया बाजार में बेतरतीब खड़े वाहनों से लगने वाले जाम को खुलवाने को स्थानीय लोग खुद ही मशक्कत कर रहे हैं। दो होमगार्डो की तैनाती के बावजूद यहां जाम नहीं खुलवाया जा रहा है।
संवाद सूत्र, साहिया: साहिया बाजार में बेतरतीब खड़े वाहनों से लगने वाले जाम को खुलवाने को स्थानीय ग्रामीणों को खुद ही मशक्कत करनी पड़ी। कई बार पटवारी को सूचना देने के बाद भी काफी देर से मौके पर पहुंचे दो होमगार्डों को स्थानीय लोगों ने खूब खरी-खरी सुनाई। ग्रामीणों ने जाम की समस्या से निजात न मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी तहसील प्रशासन को दी है।
साहिया बाजार में जाम के कारण स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारियों व पर्यटकों को भी परेशानियां झेलनी पड़ती है। तहसील प्रशासन ने बाजार में बेहतर यातायात व कानून व्यवस्था बनाने को पटवारी, दो होमगार्ड की तैनाती कर रखी है, लेकिन समस्या घटने की बजाय बढ़ती जा रही है। आए दिन जाम की समस्या के संबंध में ग्रामीण एसडीएम, डीएम तक को ज्ञापन भेज चुके हैं। गुरुवार दोहपर एक बजे साहिया बाजार में जाम लग गया। ग्रामीण जाम खुलवाने को मशक्कत करते रहे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यातायात व्यवस्था बनाने को तैनात दो होमगार्ड किसी दुकान में हर रोज की तरह समय काटने के लिए आराम फरमा रहे थे। जब ग्रामीणों ने पटवारी को जाम की सूचना दी तो जाम खुलवाने काफी देर बाद दो होमगार्ड पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों ने होमगार्डों का घेराव कर लिया। साहिया प्रधान मोहन शर्मा, उत्पाल्टा प्रधान सतपाल राय के नेतृत्व में ग्रामीणों ने साहिया बाजार पुल पर हंगामा किया और देर से जाम खुलवाने पहुंचे होमगार्डों को खरी खरी सुनाई। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यातायात व्यवस्था सुधारने को लगाए गए कर्मचारी डयूटी में लापरवाही बरत रहे हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने होमगार्ड को चेतावनी दी कि अगर यातायात व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं किया गया तो तहसील में उग्र आंदोलन किया जाएगा। उधर, कालसी तहसीलदार शक्ति प्रसाद उनियाल के अनुसार साहिया में एक पटवारी, दो होमगार्ड, एक राजस्व सहायक को तैनात किया हुआ है, यदि वह अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं तो इसकी जवाबदेही पटवारी की होगी और इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।