Top Dehradun News of the day, 31st August 2019: आफत की बारिश, एनएसयूआइ का सीएम आवास कूच, सबसे बड़े अस्पताल में ऑपरेशन ठप
दून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली आफत की बारिश एनएसयूआइ का सीएम आवास कूच और सबसे बड़े अस्पताल में ऑपरेशन ठप।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली, उत्तराखंड में बारिश ने लोगों की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। एक ओर चमोली के लामबगड़ में बंद बदरीनाथ हाईवे को तीसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। वहीं, दून में बारिश से जलभराव की स्थिति बन गई। दूसरी, महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी के मुद्दे को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। वहीं, महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी के मुद्दे को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया।
आफत की बारिश
बारिश के बाद मलबा आने से चमोली के लामबगड़ में बंद बदरीनाथ हाईवे को तीसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। हाईवे पर लगातार पहाड़ी से मलबा आने से इसे सुचारू करने में मुश्किलें सामने आ रही हैं। हालांकि शुक्रवार से ही लामबगड़ से पैदल आवाजाही हो रही है, लेकिन शनिवार को पैदल आवाजाही करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पहाड़ी से पत्थर आने के कारण चार यात्रियों को हल्की चोटें आई। वहीं, देहरादून के कई हिस्सों में भी जमकर बारिश हुई, जिससे जलभराव की स्थिति बन गई।
एनएसयूआइ का सीएम आवास कूच
महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी के मुद्दे को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे संगठन के कार्यकर्ताओं को हाथीबड़कला में बेरिकेडिंग पर रोक दिया। यहां करीब आधा घंटा पुलिस और एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। पुलिस ने बलपूर्वक छात्रों को बेरिकेडिंग पर रोककर आगे नहीं जाने दिया। गुस्साए एनएसयूआइ कार्यकर्ता मौके पर ही धरने पर बैठ गए और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर भारी पुलिस बल के साथ तैनात एसपी सिटी श्वेता चौबे ने छात्रों को समझाने की कोशिश की।
सबसे बड़े अस्पताल में ऑपरेशन ठप
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑपरेशन ठप रहे। यहां सामान्यत: 30-35 ऑपरेशन रोज होते हैं, पर संविदा कर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण ऑपरेशन नहीं हो सके। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में न केवल दून बल्कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। आमतौर पर यहां मरीजों का भारी दबाव रहता है। यही नहीं, ऑपरेशन के लिए भी लंबी वेटिंग रहती है। पर ऑपरेशन का इंतजार कर रहे मरीजों को निराश होना पड़ा। कारण था अस्पताल के संविदा कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार।