Move to Jagran APP

यहां क्वारंटाइन व्यवस्था पर खर्च हुए तीन करोड़, मोलभाव को बनाई गई कमेटी; जानिए

कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्थाओं के तहत बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर और चिकित्सा स्टाफ की रहने की व्यवस्था पर अब तक करीब तीन करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। हालांकि यह राशि शासन की ओर से तय की गई दर से कम है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 08:47 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 08:47 PM (IST)
यहां क्वारंटाइन व्यवस्था पर खर्च हुए तीन करोड़, मोलभाव को बनाई गई कमेटी; जानिए
यहां क्वारंटाइन व्यवस्था पर खर्च हुए तीन करोड़।

देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्थाओं के तहत बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर और चिकित्सा स्टाफ की रहने की व्यवस्था पर अब तक करीब तीन करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। हालांकि, यह राशि शासन की ओर से तय की गई दर से कम है। इसकी वजह यह रही कि भुगतान से पहले संबंधित प्रतिष्ठान संचालकों के साथ मोलभाव किया जा रहा है। इसके लिए जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय समिति का गठन भी किया है।

loksabha election banner

यह समिति अपर जिलाधिकारी (वित्त और राजस्व) बीर सिंह बुदियाल की अध्यक्षता में बनाई गई है, जिसमें मुख्य कोषाधिकारी नरेंद्र सिंह और एमडीडीए की संयुक्त सचिव मीनाक्षी पटवाल शामिल हैं। जब भी कोई प्रतिष्ठान क्वारंटाइन या चिकित्सकों की आवासीय व्यवस्था का बिल देता है तो उसका परीक्षण शासन की दर के आधार पर किया जाता है। यह दर प्रति कमरा अधिकतम 950 रुपये तय किया गया है। 

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह समिति मध्यम से लेकर अधिकतम दर के करीब के सभी बिल प्राप्त करने के बाद भी मोलभाव कर रही है। प्रयास किए जा रहे हैं कि संबंधित सेवा प्रदाताओं को न्यूनतम भुगतान पर राजी कर लिया जाए, जिनकी दर पहले से ही काफी कम है, उनका भुगतान तत्काल कर दिया जा रहा है और बाकी प्रतिष्ठानों को भी ऐसे भुगतान नजीर के लिए दिखाए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: कोरोना को हरा दिया तो न समझें कि खतरा टल गया, जानिए क्या है डॉक्टरों की सलाह

समिति के अध्यक्ष अपर जिलाधिकारी बुदियाल ने बताया कि हाल ही भी ऋषिकेश के जयराम आश्रम ने भी प्रति कमरा 250 रुपये के हिसाब से बिल दिया है। यह राशि न्यूनतम थी, लिहाजा इसे पास करने की संस्तुति की गई है। उधर, भोजन व्यवस्था पर अब तक एक करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। यह राशि संबंधित प्रतिष्ठान संचालकों व अन्य सेवा प्रदाताओं को अदा की गई है।

यह भी पढ़ें: Coronavirus Outbreak: अब ऑनलाइन जानिए कोरोना जांच का परिणाम, सरकार ने की ये नई पहल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.