देहरादून में साक्षरता अभियान का होगा थर्ड पार्टी ऑडिट, खामियां की जाएंगी दूर
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में चलाए गए साक्षरता अभियान का थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा। ऑडिट का मतलब अभियान पर सवाल खड़े करना नहीं बल्कि यह देखना है कि जो व्यक्ति साक्षर बने हैं वह निरंतर सीख रहे हैं या नहीं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में चलाए गए साक्षरता अभियान का थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा। ऑडिट का मतलब अभियान पर सवाल खड़े करना नहीं, बल्कि यह देखना है कि जो व्यक्ति साक्षर बने हैं, वह निरंतर सीख रहे हैं या नहीं। जो त्रुटियां सामने आएंगी, उन्हें दूर किया जाएगा। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून और ऋषिकेश के महापौर के माध्यम से साक्षर हुए व्यक्तियों को प्रमाण पत्र बांटे जाएंगे।
सोमवार को 'पढ़ो दून, बढ़ो दून' अभियान की बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में हर उम्र के निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाने में सफलता मिली है। अभियान के दौरान करीब पांच हजार ऐसे निरक्षर व्यक्तियों की जानकारी भी मिली, जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है या वे पलायन कर चुके हैं या गंभीर रूप से बीमार थे। इसके साथ ही ऐसे मानसिक दिव्यांग व्यक्तियों का सर्वे भी किया जा रहा है, जो निरक्षर हैं। इन्हें विशेष स्कूलों के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। साक्षरता अभियान को भविष्य में 'बढ़ना है तो पढ़ना है' की तर्ज पर चलाया जाएगा। साथ ही दून में कुपोषण के खिलाफ भी अभियान शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की हसरत को बनाया लक्ष्य
जिलाधिकारी ने बताया कि एक दफा वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह हसरत जताई थी कि क्या कभी दून सौ फीसद साक्षरता हासिल कर पाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी ने तय किया कि वह जिले की साक्षरता दर को सौ फीसद तक ले जाने के लिए प्रयास शुरू करेंगे।
हौसलाअफजाई ने बढ़ाया जोश
जिले को सौ फीसद साक्षर बनाने में जुटी टीम को जिलाधिकारी ने सोमवार को प्रशस्ति पत्र के साथ व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया। इस हौसलाअफजाई से सभी सदस्य नए जोश से भरे दिखे। इसमें अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों से लेकर ब्लॉक प्रमुख, प्रधान, पंचायत प्रतिनिधि, सभासद व पार्षद शामिल रहे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी बधाई
देहरादून जिले की उपलब्धि पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने जिलाधिकारी और उनकी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अगर हमें देश से निरक्षरता को समाप्त करना है तो प्रत्येक जिले अथवा राज्य को इस प्रकार के नवीनतम साक्षरता अभियान को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझकर अपनाना होगा।
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