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. तो शहर में सिर्फ 22, गांवों में 39 मिनट कटती है बिजली

अगर आपसे यह कहा जाए कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में हर दिन 23.38 और ग्रामीण क्षेत्रों में 23.21 घटे विद्युत आपूíत हो रही है तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:12 AM (IST)
. तो शहर में सिर्फ 22, गांवों में 39 मिनट कटती है बिजली
. तो शहर में सिर्फ 22, गांवों में 39 मिनट कटती है बिजली

संतोष तिवारी, देहरादून

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अगर आपसे यह कहा जाए कि प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में हर दिन 23.38 और ग्रामीण क्षेत्रों में 23.21 घटे विद्युत आपूíत हो रही है तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा। मगर इस पर आपको यकीन करना होगा, क्योंकि उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सैफी और सैदी के आकड़े इसी तरह की खुशनुमा तस्वीर पेश करते हैं।

ऊर्जा निगम शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शेड्यूल्ड शॅटडाउन और फाल्ट की वजह से आपूíत में आने वाली बाधा का आकलन करता है। सैफी (सिस्टम एवरेज इंटरप्शन फ्रीक्वेंसी इंडेक्स) व सैदी (सिस्टम एवरेज इंटरप्शन ड्यूरेशन इंडेक्स) के जरिये निगम क्षेत्र विशेष में होने वाली विद्युत आपूíत, लो वोल्टेज से लेकर कितने उपभोक्ता प्रभावित हुए, इन सबका आकलन करता है। इसके आधार पर निगम ने शहरी क्षेत्र में 23 घटे 40 मिनट तक और ग्रामीण क्षेत्रों में 23 घटे 29 मिनट निर्बाध आपूíत का टारगेट तय किया हुआ है। इस आधार पर देखें तो अपने टारगेट से निगम शहरी क्षेत्र में दो मिनट पीछे है, यानी शहरी क्षेत्र में हर दिन 23.38 घटे तक विद्युत आपूíत हो रही है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में आठ मिनट पीछे होने के साथ हर दिन 23.21 घटे विद्युत आपूíत हो रही है। अब यह तो हुई निगम के दावे की बात, हकीकत यह है कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति हर दिन एक से दो घटे या फिर इससे अधिक समय तक बाधित होने से इन्कार नही किया जा सकता है।

आकड़ों में छिप जाती है खामी

हाल के कुछ दिनों में विद्युत कटौती और आपूíत पर गौर करें तो दस दिन पूर्व ग्रामीण डिवीजन की ओर से हरिद्वार बाईपास पर खंभे लगाने की वजह से कारगी और इसके आसपास के क्षेत्र में तीन से चार घटे तक आपूíत बाधित की गई। यही स्थिति अन्य क्षेत्र की भी रही। जहा लोकल फॉल्ट अब भी उपभोक्ताओं को पसीने से तरबतर कर रहा है। लेकिन महीने और फिर साल के औसत आकड़ों की तस्वीर में यह खामी निगम छिपा लेता है।

सचिव ऊर्जा ने सख्त किए तेवर

लाइन ट्रिपिंग जिसे आम बोलचाल में लोकल फॉल्ट भी कह सकते हैं, को लेकर सचिव ऊर्जा राधिका झा ने तेवर सख्त कर लिए हैं। सचिव ऊर्जा ने यूपीसीएल के निदेशक परिचालन को विद्युत आपूíत में होने वाली बाधा की प्रतिदिन समीक्षा करने के आदेश दिए हैं। कहा है कि 24 घंटे के दौरान कितनी बार एवं कितने समय के लिए ट्रिपिंग हुई, इसकी सूचना प्रतिदिन शासन को उपलब्ध कराएंगे।

वर्षाकाल की योजना करें तैयार

सचिव ऊर्जा ने मानसून सत्र में आपूíत बाधित होने की संभावनाओं को लेकर भी अलर्ट किया है। उन्होंने मानसूनी बारिश और इस दौरान आने वाले तूफान से विद्युत तारों के क्षतिग्रस्त होने को लेकर भी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। ताकि आने वाले समय में विद्युत आपूíत में किसी प्रकार का बड़ा व्यवधान उत्पन्न न होने पाए। ऊर्जा निगम शहर और ग्रामीण क्षेत्र में 24 घटे विद्युत आपूíत का टारगेट लेकर काम कर रहा है। फिलहाल मौजूदा टारगेट से शहर में दो और ग्रामीण क्षेत्र में आठ मिनट पीछे हैं। इसमें सुधार की कोशिश जारी है।

एके सिंह, प्रवक्ता, यूपीसीएल


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