पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के शिक्षक ने विषाक्त पदार्थ खाकर दी जान
पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। फिलहाल, पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
देहरादून, [जेएनएन]: पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खा लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। वह मूल रूप से कोयंबटूर, तमिलनाडु के रहने वाले थे। दून के पंडितवाड़ी में किराये के मकान में रहते थे। शनिवार सुबह वह अपने कमरे में बेहोशी की हालत में मिले। मकान मालिक के बेटे ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। परिजनों के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, श्रीधरानी पुत्र स्व. कनकराज निवासी कोयंबटूर, तमिलनाडु पेट्रोलियम विश्वविद्यालय में शिक्षक थे। वह पंडितवाड़ी में किराये के मकान में रहते थे। कैंट कोतवाली इंस्पेक्टर शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि शनिवार को वह विश्वविद्यालय नहीं पहुंचे तो वहां से फोन किया गया। मगर फोन नहीं उठा तो वहां से उनके मकान मालिक को जानकारी दी गई।
मकान मालिक का बेटा अमित उनके कमरे में गया तो वह बेहोशी की हालत में पड़े हुए थे और मुंह से झाग निकल रहे थे। इसके बाद अमित ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन को जानकारी दी और शिक्षक को अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर के मुताबिक अस्पताल से डैथ मैमो आने के बाद घटना की जानकारी मिली। अस्पताल पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया।
बताया कि शिक्षक के कमरे की जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है। उनके आने के बाद घटना के कारणों का पता चल सकेगा। आठ महीने पहले हुई थी शादी पुलिस के अनुसार, पेट्रोलियम विवि के शिक्षक श्रीधरानी की आठ महीने पहले ही शादी हुई थी। बताया कि पत्नी के साथ उनका विवाद चल रहा था। पत्नी तमिलनाडु में ही रहती है। उन्होंने कुछ ही दिन पहले पंडितवाड़ी में किराये पर घर लिया था। जबकि पेट्रोलियम विवि में बीते चार साल से पढ़ा रहे थे।