बांध प्रभावितों को रूद्र सेना और डिप्लोमा बेरोजगारों का समर्थन
कालसी जुडडो में यमुना घाटी लखवाड़ व्यासी बांध प्रभावित समिति के बैनर तले चल रहे धरने को रूद्र सेना हऔर होम्योपैथिक बेरोजगार डिप्लोमा संघ ने समर्थन दिया।
संवाद सूत्र, कालसी: जुडडो में यमुना घाटी लखवाड़ व्यासी बांध प्रभावित समिति के बैनर तले चल रहे ग्रामीणों के धरने के 20 वें दिन रूद्र सेना और होम्योपैथिक बेरोजगार डिप्लोमा संघ पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया। इस दौरान रूद्र सेना के संस्थापक राकेश उत्तराखंडी और होम्योपैथिक बेरोजगार डिप्लोमा संघ उत्तराखंड की अध्यक्ष नीलम चौहान भी धरने पर बैठीं। संगठन पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार बांध प्रभावितों के साथ अन्याय कर रही है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धरने के दौरान ग्रामीणों को समर्थन देने पहुंचे रूद्र सेना के संस्थापक राकेश उत्तराखंडी ने कहा कि बांध निर्माण के चलते डूब क्षेत्र में आए ग्रामीणों की अपनी पुश्तैनी जमीन, जायदाद, घर, मकान, खेत खलियान हमेशा के लिए चले गए, लेकिन उनका कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बांध प्रभावितों के हर स्तर के आंदोलन में सहयोग देने की बात भी कही। कहा कि यदि मांगे जल्द पूरी नहीं की गई तो वह ग्रामीणों के साथ जल समाधि लेने से भी पीछे नहीं हटेंगे। वहीं धरने पर अनवरत बैठे बांध प्रभावित समिति के अध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि 2017 में तत्कालीन सरकार ने कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर अंबाडी में रेशम विभाग की खाली पड़ी जमीन पर विस्थापितों को जमीन आवंटन की प्रक्रिया को स्वीकृत किया था, लेकिन बाद में उस प्रस्ताव पर कोई अमल नहीं किया गया। इसका ग्रामीणों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक हमें जमीन के बदले जमीन नहीं मिलेगी और प्रत्येक परिवार से नौकरी नहीं मिलेगी, तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। कहा कि धरने को 20 दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन कालसी और विकासनगर के तहसीलदार और एसडीएम देखने तक नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र मांगों को पूरा नहीं किया गया तो अनिश्चितकाल के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम किया जाएगा। इस मौके पर सचिव दिनेश चौहान, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुखपाल सिंह तोमर, पूर्व प्रधान विक्रम सिंह तोमर, महेंद्र सिंह तोमर, सुरेश रावत, शूरवीर चौहान, सुनीता चौहान, राजेश, अनीता चौहान, स्वाति तोमर, विनीता आदि मौजूद रहे।