दैनिक जागरण ने जनता का एजेंडा मुख्यमंत्री को सौंपा, सीएम धामी ने इस पहल की सराहना की
suniye sarkar uttarakhand ki pukar दैनिक जागरण ने जनता का एजेंडा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपा। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दैनिक जागरण की इस पहल को सराहा। दैनिक जागरण ने विधानसभा चुनाव के दौरान जन अपेक्षाओं के संकलन के लिए अभियान चलाया था।
जागरण संवाददाता, देहरादून: राज्य सरकार से उत्तराखंड के निवासियों की उम्मीदों को लेकर तैयार की गई सुझाव पुस्तिका 'दैनिक जागरण' के प्रबंध संपादक तरुण गुप्त ने शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी।
मुख्यमंत्री धामी ने दैनिक जागरण के इस पहल की सराहना की। साथ ही आश्वस्त किया कि जन अपेक्षाओं के इस दस्तावेज का वह बारीकी से अध्ययन करेंगे और सुझावों के क्रियान्वयन की दिशा में कदम उठाएंगे।
विधानसभा चुनावों के दौरान दैनिक जागरण ने 'सुनिए सरकार, उत्तराखंड की पुकार' अभियान के तहत नई सरकार से राज्यवासियों की अपेक्षाओं का संकलन किया। पलायन, राष्ट्रीय सुरक्षा, ढांचागत विकास, प्रदेश की आर्थिकी, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण विषय इस अभियान का हिस्सा रहे।
छह दिनों तक चले इस अभियान के अंतर्गत दैनिक जागरण ने प्रदेशभर में वेबिनार, राउंड टेबल कांफ्रेंस और चौपाल की श्रृंखला का आयोजन किया। इनमें विशेषज्ञों से लेकर आमजन तक ने सक्रिय भागीदारी की।
फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर और मेल के माध्यम से भी राज्यवासियों ने अपने सुझाव दैनिक जागरण को भेजे। इन कार्यक्रमों में नागरिकों ने राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की।
इतना ही नहीं, सरकारों की रीति-नीति और अभियान के लिए चिह्नित विषयों (क्षेत्रों) में बेहतर करने की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
राज्यवासियों ने नई सरकार से इन्हें अपनी प्राथकिताओं में शामिल करने की अपेक्षा की थी। 'दैनिक जागरण' ने विभिन्न माध्यमों से मिले इन सुझावों को पुस्तिका के रूप में संकलित कर सरकार के लिए राज्यवासियों का एजेंडा तैयार किया।
शनिवार को दैनिक जागरण के प्रबंध संपादक तरुण गुप्त ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें जनता के एजेंडे के रूप में तैयार यह पुस्तिका सौंपी।
उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस पुस्तिका को तैयार करने के लिए दैनिक जागरण सिर्फ एक माध्यम था, सही मायने में यह उत्तराखंड की जनभावनाओं का संकलन है।
मुख्यमंत्री धामी ने इसे दैनिक जागरण का सार्थक प्रयास बताया। कहा कि, पुस्तिका में दिए गए सुझावों का वह परीक्षण कराएंगे। यथासंभव सरकार इन्हें अपने एजेंडे में भी शामिल करेगी।